Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 20 अप्रैल। हिमालय की गोद में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन के लिए बहुप्रतीक्षित वार्षिक यात्रा 3 जुलाई से आरंभ होने जा रही है। इस बार हाड़ौती संभाग से आस्था का पहला कारवां तालेड़ा से 251 श्रद्धालुओं के जत्थे के रूप में रवाना होगा।
हर साल की तरह इस बार भी शिव शक्ति सेवा मंडल, हाड़ौती संभाग की ओर से बालटाल और पहलगाम में निःशुल्क भंडारे का आयोजन किया जाएगा। मंडल के संयोजक दुष्यंत कुमार श्रृंगी ने बताया कि यात्रियों की सेवा के लिए स्थानीय स्तर पर आर्थिक सहयोग जुटाया जा रहा है, ताकि मार्ग में किसी भी श्रद्धालु को भोजन और ठहराव की असुविधा न हो।
श्रृंगी ने बताया कि यात्रा में शामिल होने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। कोटा में दादाबाड़ी स्थित पंजाब नेशनल बैंक और रामपुरा की एसबीआई शाखा में रजिस्ट्रेशन सेंटर बनाए गए हैं। पंजीकरण के लिए आधार कार्ड, एक पासपोर्ट साइज फोटो और वैध मेडिकल सर्टिफिकेट अनिवार्य है। हाड़ौती से इस बार 5 से 7 हजार यात्रियों के शामिल होने की संभावना जताई गई है।
रेल ने बदला यात्रा का अनुभव
श्रृंगी, जो अब तक 21 बार अमरनाथ यात्रा कर चुके हैं, ने बताया कि केंद्र सरकार के प्रयासों से यात्रा मार्ग अब पहले से कहीं अधिक सुगम हो गया है। कटरा से श्रीनगर तक की दूरी पहले जहाँ सड़क मार्ग से 10 घंटे में तय होती थी, वहीं अब रेल की सुविधा से यह यात्रा मात्र 6 घंटे में पूरी हो जाती है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि भविष्य में श्रीनगर से पहलगाम तक ट्रेन सेवा शुरू होने की संभावना है, जिससे यात्रा और भी सहज हो जाएगी।
नए शॉर्टकट रास्ते से यात्रा और आसान
श्रृंगी ने बताया कि चंदनबाड़ी से आगे पिस्सू घाटी पार करने के बाद एक नया शॉर्टकट रास्ता विकसित किया गया है। पैदल यात्रियों के लिए घाटी से नीचे का मार्ग और पालकी-खच्चर वालों के लिए ऊपर चढ़ाई वाला वैकल्पिक रास्ता तैयार किया गया है, जिससे आवागमन में आसानी होगी और भीड़ का दबाव भी कम होगा।
सामूहिक समर्पण की मिसाल
यात्रा की तैयारियों में सामूहिक समर्पण और सेवा का भाव देखने को मिल रहा है। तालेड़ा से पहला जत्था रवाना करने के लिए आयोजित बैठक में स्वामी लक्ष्मणदास जी महाराज, अमर सिंह भाटी, रौनक सक्सेना, टीकमचंद, महेन्द्र शर्मा, सुभाष सैनिक, एडवोकेट रविन्द्र खैनवा, पन्नालाल गुंजल और नेमीचंद प्रजापत सहित हाड़ौती के विभिन्न जिलों से जुड़े प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे।
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