कोटा बना नवाचार, निवेश और आत्मनिर्भरता का नया केंद्र: ओम बिरला ने एमएसएमई एक्सपो का किया शुभारंभ

Written by : Sanjay kumar


कोटा, 18 अप्रैल। कोटा के दशहरा मैदान में शुक्रवार को तीन दिवसीय एमएसएमई एक्सपो 2025 का भव्य शुभारंभ हुआ। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने उद्घाटन किया। इस अवसर पर बिरला ने कहा कि यह एक्सपो आत्मनिर्भर भारत और आर्थिक समावेशन के नए युग का प्रारंभ है, जहाँ नवाचार, अवसर और युवा उद्यमिता का संगम देखने को मिल रहा है।

कोटा को मिल रही नई पहचान
बिरला ने कहा कि कोटा अब केवल औद्योगिक विरासत नहीं, बल्कि भविष्य की संभावनाओं का केंद्र बनता जा रहा है। दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर, सुदृढ़ रेल नेटवर्क और प्रस्तावित एयर कनेक्टिविटी के साथ कोटा देश के सबसे बेहतर जुड़े शहरों में शामिल हो रहा है। कोटा-बूंदी क्षेत्र ऊर्जा, शिक्षा, कृषि और पर्यटन में अग्रणी बन सकता है।

ऊर्जा और डिजिटल बुनियादी ढाँचा होगा सशक्त
उन्होंने बताया कि कोटा में सौर ऊर्जा, बैटरी स्टोरेज प्लांट और डेटा सेंटर की स्थापना की जा रही है। साथ ही युवाओं के लिए आधुनिक स्किल सेंटर व ट्रेडवाइज़ ट्रेनिंग संस्थान शुरू किए जाएंगे, जिससे उन्हें भविष्य की इंडस्ट्री के लिए तैयार किया जा सके।

राणपुर को मिलेगा शिक्षा और कृषि नवाचार का रूप
राणपुर क्षेत्र को एजुकेशन, पशुपालन और कृषि नवाचार के केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। पशुपालन महाविद्यालय, डेयरी प्रशिक्षण केंद्र और कृषि आधारित संस्थाएं ग्रामीण आत्मनिर्भरता को नई दिशा देंगी।

महिलाओं को वैश्विक मंच, गाँवों को आर्थिक ताकत
बिरला ने कहा कि महिला उद्यमियों के उत्पादों को वैश्विक बाजारों तक पहुँचाने के लिए प्लेटफॉर्म और मार्केटिंग सहायता दी जाएगी। गाँवों को आत्मनिर्भर बनाकर हर परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना हमारा लक्ष्य है।

हाड़ौती बनेगा एग्रो इंडस्ट्री का रोल मॉडल
कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ को एग्रो इंडस्ट्री का आदर्श क्षेत्र बताते हुए बिरला ने बताया कि इथेनॉल उद्योग, जैविक खेती, हाइड्रोपोनिक्स और भामाशाह मंडी का आधुनिकीकरण क्षेत्र की कृषि अर्थव्यवस्था को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा। मदर डेयरी द्वारा 4,000 करोड़ रुपये की लागत से विशाल प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना इस दिशा में बड़ा कदम है।

एयरपोर्ट बनेगा निवेश और विकास का प्रवेशद्वार
कोटा एयरपोर्ट का निर्माण कार्य जून से शुरू होगा और दो वर्षों में पूर्ण कर लिया जाएगा। एयरपोर्ट के शुरू होते ही कोटा वैश्विक निवेश और इंडस्ट्रियल ग्रोथ का केंद्र बन जाएगा।

एमएसएमई: देश की रीढ़
केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने कहा कि देश में कृषि के बाद सर्वाधिक रोजगार एमएसएमई सेक्टर देता है। 26 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार, जीडीपी में 30%, मैन्युफैक्चरिंग में 45% और एक्सपोर्ट में 40% योगदान इसी क्षेत्र से है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा तकनीकी, वित्तीय और विपणन सहायता देकर इस सेक्टर को मजबूत किया जा रहा है।

फूड प्रोसेसिंग में बढ़ती संभावनाएँ
उन्होंने रेडी-टू-ईट फूड की बढ़ती मांग को देखते हुए कोटा में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री की अपार संभावनाओं का उल्लेख किया और उद्यमियों से जेम पोर्टल पर पंजीकरण कर सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया।

ऊर्जा क्षेत्र में बड़े निवेश
राजस्थान सरकार के ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर ने बताया कि राज्य में हुए कुल 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश समझौतों में से 28 लाख करोड़ रुपये केवल ऊर्जा क्षेत्र में हुए हैं। उन्होंने बताया कि सौर ऊर्जा से बिजली दर घटाकर 2.18 रुपये प्रति यूनिट कर दी गई है। किसानों को दिन में बिजली और घरेलू सौर प्लांट पर सब्सिडी दी जा रही है।

व्यापक भागीदारी और संवाद
कार्यक्रम में कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा, लाडपुरा विधायक कल्पना देवी, एसएसआई एसोसिएशन कोटा के पदाधिकारी, उद्योगपति और देशभर से आए एमएसएमई प्रतिनिधि उपस्थित रहे। शुभारंभ से पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री ने प्रदर्शनी में लगे स्टॉल्स का अवलोकन किया और उद्यमियों से संवाद किया।


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