Written by : Sanjay kumar
कोटा, 18 अप्रैल। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एवं केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने शुक्रवार को कोटा के झालावाड़ रोड स्थित ईएसआईसी अस्पताल का दौरा कर स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की। दोनों नेताओं ने अस्पताल में मरीजों को मिल रही चिकित्सा सुविधाओं, विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता, उपकरणों की स्थिति और स्टाफ की संख्या सहित विभिन्न पहलुओं का जायजा लिया।
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि श्रमिकों को गुणवत्तापूर्ण और निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं सहजता से उपलब्ध होनी चाहिए ताकि उन्हें निजी खर्च नहीं करना पड़े। उन्होंने अस्पताल की बेड क्षमता 60 से बढ़ाकर 200 करने और इसे मेडिकल कॉलेज की तर्ज पर विकसित करने की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही पंजीकृत 80 हजार श्रमिक परिवारों का डिजिटल रिकॉर्ड बनाए जाने की आवश्यकता जताई, जिससे तकनीक के माध्यम से उन्हें योजनाओं की जानकारी और सेवाएं मिल सकें।
बिरला ने यह भी कहा कि बड़ी संख्या में श्रमिक ईएसआईसी योजनाओं की जानकारी के अभाव में लाभ नहीं ले पाते। ऐसे में व्यापक जागरूकता अभियान चलाकर उन्हें योजनाओं और सुविधाओं से अवगत कराया जाए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की मंशा है कि श्रमिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिलें और कोटा सहित आसपास के जिलों के श्रमिकों को इस अस्पताल से अधिकतम लाभ मिले।
इस अवसर पर केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने बताया कि चिकित्सकों की संख्या कम होने के कारण कुछ सेवाओं में बाधा आ रही है, जिसे जल्द दूर किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार निकटतम ईएसआई केंद्रों पर भी निःशुल्क व आधुनिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत भी श्रमिकों को चिकित्सा लाभ दिया जा रहा है।
निरीक्षण के दौरान मंत्री करंदलाजे ने उद्योग नगर स्थित नए ईएसआई अस्पताल का भी दौरा किया और बिजली-पानी के कनेक्शन शीघ्र जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इस अस्पताल का उद्घाटन जल्द किया जाएगा, जिससे कोटा क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं को नया विस्तार मिलेगा।
अंत में मंत्री ने अस्पताल परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस दौरान भाजपा शहर अध्यक्ष राकेश जैन, ईएसआईसी के मेडिकल अधीक्षक डॉ. रवि शर्मा, विभागीय अधिकारीगण एवं अखिल राजस्थान ईएसआई सेवारत चिकित्सक संघ के महासचिव डॉ. दुर्गाशंकर सैनी भी उपस्थित रहे।