Written by : प्रमुख संवाद
दिनांक: 15 अप्रैल 2025
13 प्रकरणों में वांछित, तकनीकी निगरानी से पुलिस को मिली बड़ी सफलता
कोटा शहर पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। अनंतपुरा थाना पुलिस ने करीब 10 करोड़ रुपये की ठगी के मामलों में तीन वर्षों से फरार चल रहे इनामी दम्पती पवन जैन एवं मीना देवी जैन को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है। दोनों पर राजस्थान व मध्यप्रदेश के विभिन्न थानों में कुल 13 प्रकरण दर्ज हैं, जिनमें से कोटा व झालावाड़ में 5-5 केस पंजीबद्ध हैं। प्रत्येक आरोपी पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
घटनाक्रम का खुलासा
पुलिस अधीक्षक कोटा शहर अमृता दुहन के निर्देशन में तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप कुमार सैनी एवं वृत्ताधिकारी मनीष शर्मा के सुपरविजन में अनंतपुरा थानाधिकारी भूपेन्द्र सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था।
पूर्व में केंद्रीय विद्यालय झालावाड़ में शिक्षक रह चुके पवन जैन को ऑनलाइन ट्रेडिंग का शौक लग गया था। शुरुआत में उसने अपनी तनख्वाह से ट्रेडिंग की, लेकिन मुनाफा कम होने के कारण 5 प्रतिशत मासिक रिटर्न के लालच में जानकारों से बड़ी रकम एकत्र कर ली। पहले OctaFx और बाद में NordFx जैसे विदेशी ब्रोकर प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से उसने करोड़ों की ट्रेडिंग की। प्रारंभ में रिटर्न देने के बाद अचानक भुगतान बंद हो गया, और NordFx की वेबसाइट हैक हो जाने के कारण वह रकम डूब गई।
बढ़ते विरोध व धमकियों के चलते आरोपी दम्पती अपने घर और नौकरी छोड़कर फरार हो गए। पवन व मीना देवी ने लोगों से अपने नाम से रकम लेकर अपने खातों में ट्रांसफर कराई थी। कोटा, झालावाड़, बूँदी, बारां, भोपाल और इंदौर के कई पीड़ितों ने मामले दर्ज करवाए।
तकनीकी आसूचना से मिला सुराग
पुलिस टीम को उस समय बड़ी सफलता मिली जब आरोपी द्वारा 2020 में उपयोग किए गए एक iPhone को पुराने मोबाइल बेचने वाली CASIFI एप पर बेचने की जानकारी मिली। फोन की बिक्री आरोपी की बेटी द्वारा की गई थी, लेकिन नए नंबर के जरिए ओटीपी प्राप्त करने की जानकारी से पुलिस को उनके लखनऊ में होने का पता चला।
पुलिस टीम ने लखनऊ में दबिश देकर आरोपी दम्पती को गिरफ्तार किया। वे एक निर्माणाधीन इमारत में किराए पर रह रहे थे और जीविका हेतु पवन जैन ट्यूशन पढ़ा रहा था, जबकि मीना देवी सिलाई का कार्य कर रही थी। गिरफ्तारी से पूर्व वे नागपुर में भी कुछ समय छिपे रहे।
आगे की कार्रवाई
दोनों आरोपियों को कल न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा। अन्य थानों को सूचित कर आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जा रही है।