Written by : Sanjay kumar
जयपुर, 15 अप्रैल 2025
राजस्थान के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास के 19 ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा मंगलवार को छापेमारी की गई, जिससे प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई बहुचर्चित PACL चिटफंड घोटाले से जुड़ी है, जिसमें देशभर में लाखों निवेशकों से हजारों करोड़ की ठगी हुई थी।
क्या है PACL घोटाला?
पर्ल एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PACL) को देश की सबसे बड़ी चिटफंड घोटाला कंपनी माना जाता है। कंपनी ने रियल एस्टेट में निवेश का झांसा देकर देशभर में करीब 5.85 करोड़ निवेशकों से लगभग 49,100 करोड़ रुपये जुटाए। अकेले राजस्थान में करीब 28 लाख निवेशकों ने इस कंपनी में लगभग 2,850 करोड़ रुपये का निवेश किया था। PACL के खिलाफ देश के आधे से ज्यादा राज्यों में मामले दर्ज हैं, जिनमें सबसे पहले एफआईआर जयपुर में हुई थी।
सूत्रों के मुताबिक, प्रताप सिंह खाचरियावास पर PACL के नेटवर्क से करीब 30 करोड़ रुपये की संदिग्ध भागीदारी का आरोप है, जिसकी जांच को लेकर यह कार्रवाई की गई है।
कांग्रेस का पलटवार: ‘बब्बर शेर को डराया नहीं जा सकता’
ईडी की कार्रवाई के बाद कांग्रेस ने मोर्चा खोलते हुए भाजपा पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, “प्रताप सिंह खाचरियावास भाजपा सरकार से सवाल पूछ रहे थे कि IIFA जैसे कार्यक्रमों में 100 करोड़ रुपये क्यों उड़ाए गए? यह कार्रवाई उसी का जवाब है। भाजपा ने ED को अपना फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन बना लिया है।“
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक्स पर लिखा, “2020 में भी खाचरियावास से घंटों पूछताछ की गई थी। क्योंकि वे भाजपा सरकार की आलोचना करते हैं, इसलिए बार-बार निशाना बनाया जा रहा है। यह राजनीतिक बदले की भावना है।”
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने लिखा, “ED की कार्रवाई इस बात का संकेत है कि सरकार विपक्ष से डर रही है और लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। कांग्रेस संविधान के मूल्यों की रक्षा के लिए पूरी ताकत से खड़ी रहेगी।”
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा, “जब भी कोई कांग्रेस नेता सरकार की गलत नीतियों का विरोध करता है, ED को आगे कर दिया जाता है। भाजपा का यह रवैया लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।”
खाचरियावास का बयान: ‘400 बार ऐसी की तैसी, ना मैं डरा हूं, ना डरूंगा’
मीडिया से बात करते हुए प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, “सरकार खुद बजरी, माइनिंग और IIFA में घोटाले कर रही है। सजा कोर्ट देता है, सरकार नहीं। मैं न डरा हूं और न ही डरूंगा। ऐसी की तैसी 400 बार।”
उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई सिर्फ इसलिए हुई क्योंकि उन्होंने जनता के पैसों की बर्बादी पर सवाल उठाए।
राजनीतिक सवाल भी हुए खड़े
कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाया कि पिछले 11 वर्षों में केंद्र सरकार ने भाजपा के कितने नेताओं पर ED की कार्रवाई की? क्या जो नेता भ्रष्टाचार के आरोप में भाजपा में शामिल हो गए, उन पर कोई कार्रवाई हुई?
निष्कर्ष
जहां एक ओर ED की छापेमारी PACL जैसे बड़े घोटाले की जांच के संदर्भ में की गई है, वहीं कांग्रेस इसे पूरी तरह से ‘राजनीतिक बदले की भावना’ से प्रेरित बता रही है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा राजस्थान की राजनीति में अहम मोड़ ले सकता है।