Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 14 अप्रैल। शहर कोटा इस बार एक ऐसे सुरमयी आयोजन का साक्षी बनने जा रहा है, जहां सुरों की गूंज शिक्षा की अलख जगाएगी। कोटा राउंड टेबल 281 द्वारा 20 अप्रैल 2025 को सिटी पार्क के एम्फीथिएटर में बहुप्रतीक्षित “श्रद्धा मिश्रा के साथ बॉलीवुड नाईट” का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम केवल एक संगीतमयी शाम नहीं, बल्कि वंचित बच्चों के उज्जवल भविष्य की आधारशिला बनेगी।


संगीत से समाजसेवा का संगम
कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए कोटा राउंड टेबल 281 के अध्यक्ष निमिष पराशर ने बताया कि यह एक फंडरेज़िंग इवेंट है, जिससे प्राप्त धनराशि का उपयोग राजनगर स्थित गवर्नमेंट अपर प्राइमरी स्कूल में 6 नए कक्षा-कक्षों के निर्माण हेतु किया जाएगा। यह पहल न सिर्फ शैक्षणिक आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करेगी, बल्कि समाज को शिक्षा के लिए एकजुट होने का संदेश भी देगी।
सोमवार को आयोजित एक भव्य समारोह में कार्यक्रम का आकर्षक पोस्टर विमोचित किया गया, संस्थापक सदस्य अरुण मेहता,सिमरन बब्बर, महेंद्र सिंह जादोन
जिसमें टेबल के पदाधिकारी व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
10 वर्षों की प्रतिबद्धता और सफलता
संस्था के सचिव सारांश मित्तल ने बताया कि पिछले एक दशक में कोटा राउंड टेबल 281 ने कोटा और आसपास के 20 से अधिक क्षेत्रों में कुल 86 कक्षा-कक्षों का निर्माण कराया है। इन पहलों से 10,000 से अधिक जरूरतमंद विद्यार्थियों को लाभ मिला है। यही नहीं, संस्था ने स्वास्थ्य क्षेत्र में भी योगदान देते हुए मातृ एवं शिशु वार्ड, सैंपल कलेक्शन सेंटर, एक्स-रे रूम जैसे आवश्यक ढांचे भी निर्मित करवाए हैं।
संस्था के अध्यक्ष निमिष पराशर ने कहा, “हम मानते हैं कि हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पाने का अधिकार है। श्रद्धा मिश्रा के सुरों के माध्यम से हम समाज से यह सहयोग मांगते हैं कि वे इस पुनीत कार्य में भागीदार बनें।”
कौन हैं श्रद्धा मिश्रा
श्रद्धा मिश्रा एक उभरती हुई बॉलीवुड गायिका हैं, जिन्होंने हाल ही में ‘सा रे गा मा पा 2024’ में अपने अद्भुत गायन से जीत हासिल कर देशभर में ख्याति अर्जित की है। आगरा से आने वाली श्रद्धा की संगीत यात्रा उनकी दादी से भजन सीखने से शुरू हुई थी। मुंबई में अकेले रहकर संघर्ष और साधना से उन्होंने संगीत की दुनिया में अपनी पहचान बनाई। उनका पहला फिल्मी गीत ‘शिकारा’ फिल्म के लिए था, जो फिल्मफेयर में नामांकित हुआ था। श्रद्धा का पहला ओरिजिनल ट्रैक ‘धोखेबाज़ी’ भी युवाओं में खासा लोकप्रिय हुआ है।