Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 10 अप्रैल। पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा द्वारा नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के मंदिर दर्शन के पश्चात मंदिर में तथाकथित शुद्धिकरण के नाम पर गंगाजल छिड़कने की घटना को लेकर दलित समाज में आक्रोश व्याप्त है। इस जातिवादी मानसिकता के विरोध में डॉ. भीमराव अंबेडकर समिति के बैनर तले राज्यपाल, मुख्यमंत्री, एवं जिला कलेक्टर कोटा के नाम ज्ञापन लाडपुरा एसडीएम गजेंद्र सिंह को सौंपा गया।
ज्ञापन समिति के अध्यक्ष चत्रभुज खींची के नेतृत्व में सौंपा गया, जिसमें पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा के खिलाफ SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम एवं IPC की धारा 3 के तहत मुकदमा दर्ज कर शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की गई। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि आज़ादी के 75 वर्षों बाद भी इस प्रकार की मनुवादी सोच न केवल संविधान का अपमान है बल्कि दलित समाज के आत्मसम्मान को भी ठेस पहुंचाती है।
ज्ञापन देने वालों में समिति के महासचिव विनय सिंघल, नगर निगम कोटा दक्षिण के उपमहापौर पवन मीणा, पूर्व उपाध्यक्ष, राजस्थान सिख कल्याण बोर्ड (राज. सरकार) हरपाल सिंह राणा, विशंभर सिंह, अधिवक्ता हरिशंकर, रामदयाल यादव, प्रवीण कदम, कुंज बिहारी साख्यवाल, बनवारी सागर, ओमप्रकाश मेघवाल सहित अनेक सामाजिक कार्यकर्ता एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे।
समिति ने चेताया कि यदि शीघ्र विधिसम्मत कार्रवाई नहीं की गई तो प्रदेशभर में उग्र आंदोलन किया जाएगा।