भाजपा राज में मासूमों की मौतें बर्दाश्त नहीं, गड्ढ़ेनुमा भूखण्ड आवंटन नहीं करे एजेंसियां

Written by : प्रमुख संवाद

कोटा, 7 अप्रैल। विधायक संदीप शर्मा ने कहा है कि खाली भूखण्डों में भरे पानी में डूबने से हुई मौतें रूह कंपा देने वाली हैं और बार बार ऐसी घटनाएं विभागीय लापरवाही के कारण हो रही हैं। हर दुर्घटना के बाद कार्रवाई की बात की जाती है और फिर मामला ठण्डे बस्ते में चला जाता है लेकिन भाजपा राज में मासूमों की मौतें बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। स्वयं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ऐसे मामलों पर बहुत सख्त हैं इसलिए केडीए तत्काल इन सभी भूखण्डों को समतल करवाए और इसकी जिम्मेदारी तय की जाए। आम जन इस कारण से परेशान न हो, दुर्घटनाओं का शिकार न हो, बीमारियों से ग्रसित न हो।

विधायक शर्मा ने सोमवार को केडीए अधिकारियों व अभियंताओं के साथ विभिन्न क्षेत्रों में पानी से भरे हुए भूखण्डों का निरीक्षण किया जहां खाली पड़े भूखण्डों में बड़े बड़े तालाब बने हुए थे, और कई प्लॉट झाड़ों से अटे पड़े थे। उन्होंने कहा कि इनके कारण आसपास के क्षेत्र में लोगों का रहना मुश्किल हो गया है, मकान में सीलन और दरारें आ गई हैं, गत वर्ष ही एक मकान धराशायी हो गया था जिसमें भी एक वृद्ध की मृत्यु हो गई थी, मौतों का यह सिलसिला अब थामना होगा। जहां प्लॉट अलोट होने के वर्षों बाद भी निर्माण नहीं करवाने वाले आवंटी जिम्मेदार हैं तो केडीए और निगम भी जिम्मेदार है क्योंकि केवल सड़कें बनाकर प्लॉट बेच देना उचित नहीं है। इसलिए भविष्य में केडीए व निगम जो भी भूखण्ड बेचें उन्हें समतल करवाकर बेचें ताकि आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

इस अवसर कोटा विकास प्राधिकरण की उपसचिव मालविका त्यागी, पार्षद सोनू धाकड़, पूर्व पार्षद बृजमोहन गौड़, मण्डल अध्यक्ष पन्नालाल बंजारा, चेतन पाण्डेय, मोनू पांचाल, भंवरलाल खींची, सतीश गोचर, राकेश नायक, रचित सिंह जादौन, राजवीर सिंह आदि भी उनके साथ रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!