Written by : प्रमुख संवाद
- गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ श्री अग्रसेन संस्कार सेवा समिति का कीर्तिमान
- ड्राई फ्रूट, मसालों और कैंडी से सजे महल और प्रतिमाएं दर्शकों के लिए खुले
- 6 से 8 अप्रैल तक महाछप्पन भोग के दर्शन, भक्तों का उमड़ा जनसैलाब
कोटा, 6 अप्रैल।
कोटा शहर ने एक अनूठा और भव्य विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया है। श्री अग्रसेन संस्कार सेवा समिति कोटा संभाग द्वारा रामधाम आश्रम, रावतभाटा रोड पर आयोजित तीन दिवसीय महाछप्पन भोग कार्यक्रम के तहत ड्राई फ्रूट्स, मसालों और कैंडी से बनाए गए 18 महल और 9 दिव्य देव प्रतिमाएं गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज की गईं।




इस उपलब्धि की घोषणा विधायक संदीप शर्मा की उपस्थिति में की गई, जहां समिति अध्यक्ष बृजमोहन अग्रवाल, महामंत्री अशोक अग्रवाल, प्रवक्ता संजय गोयल और वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश अग्रवाल को गोल्डन बुक टीम ने प्रोविजनल सर्टिफिकेट, मैडल और बैज सौंपे।
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि आलोक कुमार ने बताया, “ड्राई फ्रूट्स के महलों और मसालों से बनी देव प्रतिमाओं का ऐसा अद्भुत संगम दुनिया में कहीं नहीं देखा गया। कोटा का नाम आज वैश्विक पटल पर चमक उठा है।”
ये हैं आकर्षण के केंद्र:
- राजमा से निर्मित काली माता, भुने चने से विष्णु भगवान, बादाम-मूंगफली से साईं बाबा, मिक्स मेवा-सुपारी से दुर्गा माता, मोतियों से बने बजरंगबली व श्रीकृष्ण, काबुली चने-मखाने से गणेश जी, वर्क इलायची से लक्ष्मी जी — कुल 9 भव्य प्रतिमाएं दर्शकों के दर्शन हेतु मंदिर प्रांगण में स्थापित की गई हैं।
- 18 आकर्षक महलों का निर्माण चिरौंजी, अंजीर, मूंगफली, बिस्किट, मखाना, बताशे, पोलो गोली, नारियल, इलायची, हल्दी, सरसों सहित कई सूखे मेवों, मसालों और कैंडी से किया गया है।
दर्शन के समय:
6 से 8 अप्रैल तक प्रतिदिन सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक सभी समाज के लिए खुले हैं दर्शन।
इस भव्य आयोजन में शहर के कई गणमान्य नागरिक और समिति पदाधिकारी मौजूद रहे जिनमें टीसी गुप्ता, रुचि अग्रवाल, सुनील गर्ग, संदीप चांदीवाला, डॉ. आरके राजवंशी, परमानंद गर्ग, नत्थीलाल अग्रवाल सहित अनेक कार्यकर्ता शामिल थे।