Written by : Sanjay kumar
Published : 27 March 2025
दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के आवास पर अधजली नकदी मिलने के मामले में जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। दिल्ली पुलिस ने तुगलक रोड थाने के एसएचओ उमेश मलिक सहित आठ पुलिसकर्मियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं। इनमें जांच अधिकारी हवलदार रूपचंद, सब-इंस्पेक्टर रजनीश, मोबाइल बाइक पेट्रोलिंग पर मौके पर पहुंचे दो पुलिसकर्मी और तीन पीसीआर कर्मी शामिल हैं। सभी मोबाइल फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं।
मोबाइल फोन जब्ती का कारण
जांच दल यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि आग लगने के दौरान मौके पर पहुंचे इन पुलिसकर्मियों ने अपने मोबाइल से कोई वीडियो रिकॉर्डिंग की थी या नहीं। यदि हां, तो यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि उन वीडियो में किसी प्रकार की छेड़छाड़ तो नहीं की गई है। साथ ही, इन सभी पुलिसकर्मियों के बयान भी दर्ज किए गए हैं।
जस्टिस यशवंत वर्मा ने वरिष्ठ वकीलों से ली सलाह
इस बीच, जस्टिस यशवंत वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित तीन सदस्यीय इन-हाउस जांच समिति के समक्ष पेश होने से पहले वरिष्ठ वकीलों से कानूनी सलाह ली है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित तीन सदस्यीय समिति इस सप्ताह जस्टिस वर्मा से मुलाकात कर सकती है।
पुलिस ने स्टोर रूम को किया सील
दिल्ली पुलिस ने उस स्टोर रूम को सील कर दिया है, जहां आग लगने के बाद अधजली नकदी की चार से पांच बोरियां बरामद हुई थीं। सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें जस्टिस वर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना ने तत्काल सुनवाई से इनकार करते हुए याचिकाकर्ता को सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री से संपर्क करने को कहा है।
जांच समिति का गठन और कार्रवाई
22 मार्च को मुख्य न्यायाधीश ने आरोपों की आंतरिक जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया, जिसमें पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश शील नागू, हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जी.एस. संधावालिया और कर्नाटक हाईकोर्ट की न्यायमूर्ति अनु शिवरामन शामिल हैं। इस समिति ने मंगलवार को जस्टिस वर्मा के आवास का निरीक्षण किया था।
जस्टिस वर्मा का पक्ष
जस्टिस यशवंत वर्मा ने इन आरोपों को दृढ़ता से खारिज किया है और कहा है कि उनके या उनके परिवार के किसी सदस्य द्वारा उनके घर के स्टोररूम में कभी भी कोई नकदी नहीं रखी गई थी।
जांच अभी भी जारी है, और इस मामले में आगे की जानकारी की प्रतीक्षा है।