नगर निगम कोटा दक्षिण में कांग्रेस पार्षदों का घेराव, 28 मार्च से धरना, 29 मार्च को मुख्यमंत्री के समक्ष बड़ा विरोध प्रदर्शन

Written by : प्रमुख संवाद


कोटा, 26 मार्च: नगर निगम कोटा दक्षिण में कांग्रेस पार्षदों के वार्डों में विकास कार्यों को लेकर भेदभाव के खिलाफ कांग्रेस पार्षदों ने आज नगर निगम आयुक्त अनुराग भार्गव का घेराव किया। उपमहापौर पवन मीणा के नेतृत्व में हुए इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस पार्षदों ने आरोप लगाया कि भाजपा पार्षदों के वार्डों में 1-1 करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए जा चुके हैं, जबकि कांग्रेस पार्षदों के वार्ड अब भी विकास कार्यों से वंचित हैं।

घेराव के दौरान नगर निगम आयुक्त ने XEN संजय विजय और XEN कय्यूम कुरैशी को निर्देश दिए कि कांग्रेस पार्षदों के वार्डों में भी 1-1 करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए जाएं। लेकिन अधिकारियों ने बताया कि महापौर राजीव अग्रवाल के मौखिक आदेश के अनुसार भाजपा के हारे हुए प्रत्याशियों से भी 50-50 लाख रुपये के प्रस्ताव लिए जाने की शर्त रखी गई है।

इस पर उपमहापौर पवन मीणा और कांग्रेस पार्षदों ने कड़ा विरोध जताते हुए चेतावनी दी कि यदि 28 मार्च तक टेंडर जारी नहीं किए गए तो नगर निगम कार्यालय के बाहर जनता के साथ धरना दिया जाएगा। इसके साथ ही, 29 मार्च को मुख्यमंत्री के कोटा दौरे के दौरान उनके समक्ष विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

कांग्रेस पार्षदों का आरोप – विकास कार्यों में भेदभाव

कांग्रेस पार्षदों का कहना है कि भाजपा पार्षदों को प्राथमिकता देकर उनके वार्डों में विकास कार्य करवाए जा रहे हैं, जबकि कांग्रेस पार्षदों के वार्डों की उपेक्षा की जा रही है। इससे जनता में भारी आक्रोश है।

निर्माण समिति अध्यक्ष इसरार मोहम्मद ने कहा,
“नगर निगम में कांग्रेस पार्षदों के वार्डों को जानबूझकर नजरअंदाज किया जा रहा है। भाजपा पार्षदों के वार्डों में काम हो रहे हैं लेकिन हमारे वार्डों को रोककर हारे हुए भाजपा प्रत्याशियों से प्रस्ताव लेने की बात कही जा रही है। यह लोकतंत्र के खिलाफ है। यदि तत्काल टेंडर अपलोड नहीं किए गए, तो हम उग्र आंदोलन करेंगे।”

पहले भी मिला था सिर्फ आश्वासन

कांग्रेस पार्षदों ने दिसंबर 2024 में भी इस मुद्दे पर धरना दिया था, लेकिन प्रशासन ने सिर्फ आश्वासन देकर मामला टाल दिया। चार महीने बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।

क्या होगा आगे?

अब यह देखना होगा कि नगर निगम प्रशासन इस पर क्या निर्णय लेता है। यदि टेंडर जारी नहीं किए गए, तो 28 मार्च से अनिश्चितकालीन धरना और 29 मार्च को मुख्यमंत्री के सामने बड़ा प्रदर्शन होगा।

घेराव में मौजूद प्रमुख पार्षद: इसरार मोहम्मद, शालिनी गौतम, कुलदीप गौतम, जरिना बादशाह खान, धनराज चेची, कुलदीप प्रजापति, साहिब हुसैन, शाहिना इरफान घोसी, तबस्सुम आसिफ मिर्जा, पिंकी किशन प्रजापति, सोनू अब्बासी, सालिना सलीम शेरी, ऐश्वर्या शिरंगी, सोनू भील, अनुराग गौतम, शीला प्रफुल पाठक सहित कई अन्य कांग्रेस पार्षद उपस्थित रहे।

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