Written by : Sanjay kumar
कोटा, 24 मार्च 2025 – कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने विधानसभा और सरकार के समक्ष कोटा के प्रमुख मुद्दों को मजबूती से रखा। उन्होंने कोचिंग सेंटरों के नियमन, फर्जी पट्टों की जांच और नजूल संपत्तियों से अतिक्रमण हटाने को लेकर ठोस कदम उठाने की मांग की।
कोचिंग बिल में जरूरी संशोधन की मांग
विधायक शर्मा ने कोचिंग सेंटर (नियंत्रण और विनियमन) विधेयक – 2025 पर चर्चा करते हुए कहा कि गुणवत्तापूर्ण और तनावमुक्त शिक्षा सरकार और समाज की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि विद्यार्थियों पर मानसिक दबाव कम करने के लिए खेल और योग जैसे मनोरंजक गतिविधियों को अनिवार्य किया जाए। साथ ही, छोटे कोचिंग संस्थानों को सख्त नियमों से छूट देने की मांग की ताकि वे स्वतंत्र रूप से कार्य कर सकें।
फर्जी पट्टों पर कड़ी कार्रवाई हो
संदीप शर्मा ने यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा से मुलाकात कर कांग्रेस शासन में सड़क और सरकारी जमीनों पर जारी किए गए फर्जी पट्टों को तुरंत रद्द करने की मांग की। उन्होंने बताया कि कोटा में सैकड़ों पट्टे नियमों को दरकिनार कर जारी किए गए, जिससे आमजन को नुकसान और दलालों को फायदा हुआ। मंत्री ने इस पर जल्द जांच और निरस्तीकरण का आश्वासन दिया।
नजूल संपत्तियों से अतिक्रमण हटाने की मांग
विधानसभा में नियम 295 के तहत विधायक शर्मा ने कोटा की 103 नजूल संपत्तियों पर हो रहे अतिक्रमण का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक धरोहरों का स्वरूप बिगाड़ने वाले अतिक्रमणकारियों को हटाकर इन संपत्तियों का सरकारी दफ्तर, पर्यटन केंद्र, आंगनबाड़ी, या अन्य उपयोगी कार्यों में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
जनहित के मुद्दों पर विधायक की सख्त मांग
संदीप शर्मा ने कहा कि कोटा की शिक्षा, भूमि और ऐतिहासिक धरोहरों से जुड़े मुद्दों पर सरकार को जल्द कदम उठाने होंगे। कोचिंग छात्रों की सुविधा, फर्जी पट्टों की जांच और नजूल संपत्तियों को संरक्षित करने के लिए ठोस कार्रवाई जरूरी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि कोटा के विकास और जनहित के लिए वे सदन में आवाज उठाते रहेंगे।