सर्वजातीय प्रतिभा सम्मान समारोह, 101 प्रतिभाओं का हुआ सम्मान

Written by : प्रमुख संवाद

कोटा, 23 मार्च।
श्रीहनुमान भक्त मंडल की सामाजिक समरसता गतिविधि के अन्तर्गत रविवार को महावीर नगर स्थित श्रीरामशांताय सभागार में सर्वजातीय प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सामाजिक समरसता संयोजक तुलसीनारायण सिंह थे। वहीं अध्यक्षता न्यू मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में पूर्व अधीक्षक डॉ. सीएस सुशील ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में आबकारी विभाग में अतिरिक्त निदेशक नरेश मालव उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से समां बांध दिया।

संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता तुलसीनारायण सिंह ने कहा कि कला केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि श्रद्धा, आध्यात्म, इतिहास का गान, सांस्कृतिक परंपरा को गतिशील करने का माध्यम है। पूरी दुनिया को सुर और ताल, कला की हर विधा हमने दी। लेकिन, हमें यह पढ़ाया गया कि हमारे पास कुछ नहीं था। भारत के गांव गांव में प्रतिभाएं बिखरी पड़ी हैं। हमारी संस्कृति सर्वसमावेशी है। कला को अपने आनंद और आजीविका के साथ देश और समाज के लिए उपयोगी बनाना होगा। आज भारत को भारत के नजर से समझने की जरूरत है, पश्चिम की दृष्टि से नहीं। हमारे हजारों वर्षों के उतार चढ़ाव झेलने के बाद परंपरा रीति रिवाज विकसित हुए हैं। सामाजिक संघर्ष के द्वारा सामाजिक ताने- बाने को तोड़ने के षडयंत्र किए जा रहे हैं। देवी देवताओं और धर्मग्रंथों तथा हमारी संस्कृति को विकृत करके दिखाने के कुत्सित प्रयास किए जा रहे हैं। हमें इससे मुकाबला करने के लिए सर्वसमाज को परस्पर समझ विकसित करनी होगी। इसमें कलाकार की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है।

नरेश मालव ने कहा कि प्रतिभा केवल एक क्षेत्र में नहीं होती। प्रतिभा सदैव बहुमुखी होती है। कलाकार की प्रतिभा निखारने में सरकार की योजनाएं माध्यम बन रही है। डॉ. सीएस सुशील ने कहा कि समाज के हर वर्ग में प्रतिभाएं हैं। यदि खोज की जाए और उन्हें समाज के पटल पर रखा जाए तो यह प्रतिभाएं देश और समाज का पूरी दुनिया में नाम रोशन कर सकती हैं।

इस दौरान मुकेश पंचाल ने शहनाई वादन, कुणाल गंधर्व ने शास्त्रीय गायन, पनिहारी लोक कला मंडल ने घूमर, लक्ष्मी नारायण ने हनुमान भजन नृत्य, भंवर पारेता ने कच्छी घोड़ी नृत्य, मोहन खारवाल ने पारंपरिक भजन, इतिशा जैन ने कथक नृत्य, पूजा गाड़िया लोहार ने भवई नृत्य, महाकाल ग्रुप ने फूलों की होली, आन्या नागर ने नृत्य की प्रस्तुति दी।

इस अवसर पर कार्यक्रम संरक्षक पन्नालाल शर्मा, संयोजक अनिल जैन, चयन समिति सदस्य प्रदीप लोहमी, महेश गौतम, सह प्रांत सामाजिक समरसता संयोजक राधेश्याम वशिष्ठ, प्रांत कुटुंब प्रबोधन संयोजक रामविलास, मोनू व्यास मौजूद रहे।

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