Written by :Sanjay kumar
कोटा, 19 मार्च 2025 (बुधवार)
शहर में उपभोक्ताओं को शुद्ध और सुरक्षित भोजन उपलब्ध कराने के लिए कोटा प्रशासन द्वारा “कामयाब कोटा” और “शुद्ध आहार – मिलावट पर वार” अभियान के तहत सख्त कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में खाद्य सुरक्षा विभाग ने बुधवार को अदालत चौराहे स्थित “श्री अन्न भोजनालय” पर छापा मारा और वहां उपलब्ध खाद्य सामग्री की गहन जांच की।




होली और शादी सीजन में खाद्य सुरक्षा पर विशेष नजर
प्रमुख शासन सचिव (मेडिकल एंड हेल्थ) श्रीमती गायत्री राठौर, आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण एच. गुइटे, और जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी के निर्देशन में चल रहे इस अभियान के तहत, होली के बाद भी शादी समारोहों को ध्यान में रखते हुए खाद्य पदार्थों के निरीक्षण जारी हैं।
खराब तेल और मिलावट की आशंका
बुधवार को खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने भोजनालय में तलने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे तेल और अन्य खाद्य सामग्रियों की जांच की। निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि आलू बड़ों को पुराने और काले पड़े हुए तेल में तला जा रहा था। इसके अलावा, लड्डू बनाने में प्रयुक्त घी और अन्य सामग्रियों के भी सैंपल लिए गए।
सैंपल जांच के लिए भेजे गए
खाद्य सुरक्षा अधिकारी संदीप अग्रवाल, अरुण सक्सेना और चंद्रवीर सिंह जादौन ने मौके पर रागी लड्डू, आलूबड़ा, रागी आटा और चाय के सैंपल एकत्र किए। अधिकारी अरुण सक्सेना ने बताया कि इन सभी नमूनों को जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
रेस्टोरेंट संचालक को निर्देश
जांच के दौरान भोजनालय संचालक को एक ही तेल को बार-बार गर्म कर उपयोग करने से रोकने के निर्देश दिए गए। साथ ही, भविष्य में खाद्य सामग्री की गुणवत्ता बनाए रखने की सख्त चेतावनी दी गई।
उपभोक्ताओं की शिकायतों के बाद कार्रवाई
यह छापेमारी शहरवासियों की लगातार मिल रही शिकायतों के आधार पर की गई, जिनमें भोजनालय द्वारा घटिया गुणवत्ता की सामग्री उपयोग करने और अस्वच्छ खाद्य पदार्थ परोसे जाने की बात सामने आई थी। प्रशासन का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा ताकि शहरवासियों को शुद्ध और सुरक्षित भोजन उपलब्ध कराया जा सके।