Written by : Sanjay kumar
Published : 17 March 2025
नई दिल्ली। कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र में सड़क कनेक्टिविटी को और मजबूत करने के लिए सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की मौजूदगी में दिल्ली में NHAI और MoRTH के अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक आयोजित हुई। बैठक में दरा घाटी में लगने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या के स्थायी समाधान के लिए नए 4-लेन हाईवे के निर्माण को मंजूरी दी गई।
राष्ट्रीय राजमार्ग-52 (झालावाड़-कोटा मार्ग) को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे टनल के पास तक 4-लेन रोड से जोड़ने का निर्णय लिया गया। इसके तहत कमलपुरा से कंवरपुरा गांव होते हुए एक्सप्रेसवे तक 7 किमी लंबी 4-लेन सड़क बनाई जाएगी, जो टनल से 500 मीटर पहले जुड़ जाएगी। साथ ही, स्टील ब्रिज (NH-52 किमी 296/300) से 2 किमी लंबी लिंक रोड प्रस्तावित 4-लेन मार्ग से जोड़ी जाएगी। इस प्रोजेक्ट से दरा घाटी में ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत मिलेगी और कोटा-झालावाड़ मार्ग पर सफर सुगम होगा।
औद्योगिक विकास को मिलेगी नई दिशा
बैठक में चेचट-सुकेत मार्ग के विस्तार और कोटा जिले में प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एलाइनमेंट पर भी विस्तार से चर्चा हुई। इस परियोजना के तहत दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से NH-52 को जोड़ने के लिए 15.08 किमी लंबा 4-लेन स्पर रोड बनाने का निर्णय लिया गया। यह मार्ग सुकेत, सतलखेड़ी, कुदायला, रामगंजमंडी और चेचट जैसे औद्योगिक केंद्रों को सीधे एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा, जिससे कोटा स्टोन, कृषि उत्पादों, धनिया मंडी और सीमेंट उद्योगों को तेज और सुगम परिवहन की सुविधा मिलेगी।
किसानों के लिए ग्रेवल रोड पर जोर
स्पीकर ओम बिरला ने बैठक में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के दोनों ओर किसानों के लिए ग्रेवल रोड विकसित करने पर जोर दिया। अधिकारियों ने बताया कि यदि राज्य सरकार निशुल्क भूमि आवंटित करती है, तो NHAI इस सड़क का निर्माण करेगी। स्पीकर ने संबंधित एजेंसियों को भूमि आवंटन और निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। ग्रेवल रोड बनने से ग्रामीण इलाकों और स्थानीय उद्योगों को सीधा लाभ मिलेगा।
बैठक में NHAI चेयरमैन संतोष कुमार यादव, सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के सचिव वी. उमाशंकर, लोकसभा के संयुक्त सचिव गौरव गोयल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।