अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कोटा में हुआ जागरूकता कार्यक्रम

योगेश जैन सिंघम

संभागीय आयुक्त: “महिलाएं अपनी शक्ति को पहचाने, राष्ट्र निर्माण में निभाएं अहम भूमिका”

पुलिस अधीक्षक: “अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करें, एक-दूसरे का सहयोग करें”

कोटा, 08 मार्च 2025: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला अधिकारिता विभाग और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के केंद्रीय संचार ब्यूरो, कोटा के संयुक्त तत्वावधान में सूचना केंद्र सभागार में जागरूकता कार्यक्रम एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संभागीय आयुक्त राजेंद्र सिंह शेखावत ने महिलाओं से अपनी आंतरिक शक्ति को पहचानने और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि संविधान ने महिलाओं और पुरुषों को समान अधिकार दिए हैं, लेकिन महिलाओं को राजनीति, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में आगे बढ़ाने के लिए सरकार कई योजनाएं संचालित कर रही है। उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और समाज में अपनी भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।

महिला सशक्तिकरण के लिए संघर्ष और सहयोग जरूरी:
कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक (कोटा शहर) अमृता दुहन ने कहा कि महिलाओं को एक-दूसरे का सहयोग करना चाहिए और अन्याय का विरोध करने के लिए संगठित रहना चाहिए। उन्होंने महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने और आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम में विभिन्न वक्ताओं ने रखे विचार:
महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक मनोज मीणा ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं और कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र (UN) ने 1975 में 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मान्यता दी और इसका मुख्य उद्देश्य लैंगिक समानता, महिला अधिकारों की रक्षा और सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक भागीदारी को बढ़ावा देना है

केंद्रीय संचार ब्यूरो, क्षेत्रीय कार्यालय कोटा के सहायक निदेशक रामेश्वर लाल मीणा ने कहा कि महिला दिवस केवल एक दिन का उत्सव नहीं, बल्कि महिलाओं के अधिकारों और समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि जब तक महिलाएं हर क्षेत्र में स्वतंत्र और सशक्त नहीं होंगी, तब तक समाज का समग्र विकास संभव नहीं है

महिलाओं को किया गया सम्मानित:
इस अवसर पर स्वयंसेवी संस्थाओं, महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं, ग्राम साथिनों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता विजेताओं को सम्मानित किया गया। महिलाओं को संभागीय आयुक्त एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान किए गए।

कार्यक्रम में एनएसएस समन्वयक रीना मीणा, भारत विकास परिषद की प्रांतीय महिला प्रमुख सुनीता गोयल जैली, स्काउट गाइड के यज्ञ दत्त हाड़ा सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने विचार रखे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम और महिलाओं की भागीदारी:
इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया, जिसमें किशोर बालिकाओं, ग्राम साथिनों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और विभिन्न महिला समूहों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

यह आयोजन न केवल महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का मंच बना, बल्कि समाज में महिलाओं की भूमिका को मजबूत करने के लिए प्रेरणा स्रोत भी साबित हुआ।

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