प्रमुख संवाद, 5 मार्च।
चारचौमा (कोटा)। हाड़ौती क्षेत्र के प्रसिद्ध महाशिवरात्रि मेले का भव्य आयोजन इस वर्ष 26 फरवरी से 10 मार्च तक किया जा रहा है। पहले यह मेला केवल एक दिन का होता था, लेकिन श्रद्धालुओं की बढ़ती आस्था और उत्साह को देखते हुए अब इसे 15 दिवसीय महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है।


26 फरवरी को मेले का शुभारंभ राजस्थान सरकार के ऊर्जा मंत्री हिरालाल नागर, जिला प्रमुख मुकेश मेघवाल, पंचायत समिति सुल्तानपुर की प्रधान कृष्णा शर्मा सहित अन्य गणमान्य अतिथियों ने किया। उद्घाटन समारोह में श्री चौमेश्वर महादेव बाबा का विशेष जलाभिषेक किया गया और पूरे क्षेत्र में भक्तिमय वातावरण छा गया।
धार्मिक अनुष्ठान एवं भव्य आयोजन
हर साल की तरह इस बार भी मंदिर में विशेष पूजन, जलाभिषेक, भव्य आरती और सामूहिक कथा का आयोजन किया गया। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं ने भोलेनाथ और मां पार्वती की कथा सुनकर व्रत-उपवास रखा और मंदिर में लड्डू, बाटी-चूरमा का भोग अर्पित किया। मंदिर के पुजारियों श्याम शर्मा, पं. पप्पू शर्मा, पं. अनिल शर्मा, पं. गोपेश शर्मा, पं. शिवचरण शर्मा, पं. मुकुट बिहारी शर्मा, पं. गणेश शर्मा, पं. शिव शंकर शर्मा, पं. यशवंत शर्मा द्वारा महादेव का विशेष श्रृंगार एवं मंगल आरती कराई गई।
श्रद्धालुओं के लिए मेले में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जहां प्रसाद स्वरूप नुकती और खीर वितरित की गई।
सांस्कृतिक एवं मनोरंजक कार्यक्रम
मेले में राजस्थानी संस्कृति से भरपूर रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें –
- 5 मार्च को राजस्थानी लोकनृत्य कार्यक्रम,
- 7 मार्च को घूमर और कजरी नृत्य,
- 10 मार्च को भव्य समापन समारोह और आतिशबाजी का आयोजन किया जाएगा।
ग्राम पंचायत सरपंच उछमा मीणा ने सभी श्रद्धालुओं, क्षेत्रवासियों और मेले में पधारे अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
यह महाशिवरात्रि मेला न केवल आस्था और भक्ति का प्रतीक है, बल्कि हाड़ौती की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का जीवंत उदाहरण भी है।