संजय कुमार,
कोटा, 20 फरवरी। राजस्थान सरकार द्वारा प्रस्तुत राज्य बजट में कोटा जिले को बड़ी सौगातें मिली हैं। लंबे समय से प्रतीक्षित मिनी सचिवालय की स्थापना को मंजूरी मिल गई है। इसके अलावा, विश्वकर्मा स्किल इंस्टीट्यूट, मेडिकल कॉलेज में कैंसर यूनिट, कोचिंग छात्रों के लिए युवा साथी केंद्र सहित कई महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा की गई है।
कोटा के लिए प्रमुख बजटीय घोषणाएं:
प्रशासनिक व शैक्षिक विकास
- कोटा में मिनी सचिवालय की स्थापना।
- 150 करोड़ रुपये की लागत से विश्वकर्मा स्किल इंस्टीट्यूट की स्थापना।
- कोचिंग छात्रों के मार्गदर्शन हेतु युवा साथी केंद्र की स्थापना।
- संभाग मुख्यालय पर हॉस्पिटैलिटी स्किल सेंटर।
- मोडक-कोटा में आईटीआई की स्थापना।
- कैथून व सुकेत में बालिका महाविद्यालय।
- रामगंजमंडी में देवनारायण बालिका आवासीय विद्यालय का निर्माण।
स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार
- कोटा मेडिकल कॉलेज में 195 करोड़ रुपये की लागत से कैंसर यूनिट और कॉटेज वार्ड।
- संभाग मुख्यालय पर अल्ट्रा एडवांस बर्न केयर सेंटर की स्थापना।
- मेडिकल कॉलेज में 120 बेड की क्षमता वाला स्पाइनल इंजरी सेंटर।
- जिला अस्पतालों में डायबिटीज क्लिनिक की स्थापना।
- संभागीय मुख्यालय पर डेडिकेटेड जेरियाट्रिक सेंटर का उन्नयन।
- दिव्यांगजनों के लिए संभागीय स्तर पर रिहेबिलिटेशन सेंटर का उन्नयन।
औद्योगिक एवं इंफ्रास्ट्रक्चर विकास
- कोटा एयरपोर्ट के निकट एयरो सिटी की स्थापना।
- टॉय पार्क की स्थापना।
- गोपालपुरा-कोटा क्षेत्र में नया औद्योगिक क्षेत्र।
- जयपुर-कोटा हाईवे पर सड़क सुधार कार्य।
- कोटा-जयपुर हाईवे को जीरो एक्सीडेंट जोन बनाने की योजना।
- सांगोद क्षेत्र में कालीसिंध नदी पर 70 करोड़ रुपये की लागत से उच्च स्तरीय पुल का निर्माण।
- कुराड-ढोटी-कंदाफल सड़क पर 45 करोड़ रुपये की लागत से चौड़ाईकरण कार्य।
- रामगंजमंडी-जुल्मी सड़क का 15 करोड़ रुपये की लागत से चौड़ाईकरण एवं सुदृढ़ीकरण।
- दीगोद-कोटा में रोडवेज बस स्टैंड का निर्माण।
पर्यावरण एवं शहरी विकास
- संभाग मुख्यालय पर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए विशेष कार्ययोजना।
- नगरीय निकायों में डंपिंग साइट्स पर पड़े पुराने कचरे के निस्तारण की व्यवस्था।
- कोटा में सीवरेज एवं ड्रेनेज कार्यों के लिए नई योजनाएं।
- क्लोज्ड सर्किट टेलीविजन सर्वे के माध्यम से सीवर लाइनों के आकलन और सुधार की योजना।
जल संसाधन एवं सिंचाई
- 110.79 करोड़ रुपये की लागत से तकली बांध से रामगंजमंडी शहरी पेयजल योजना का संवर्धन।
- 8 करोड़ रुपये की लागत से सांगोद में अतिरिक्त जल शोधन संयंत्र की स्थापना।
- कोटा बैराज पर वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए पीपीपी मोड पर योजना।
- सावनभादो में नहर निर्माण कार्य की घोषणा।
निष्कर्ष
राज्य सरकार के इस बजट में कोटा को प्रशासनिक, औद्योगिक, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं आधारभूत संरचना से जुड़ी कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं मिली हैं। इन योजनाओं से कोटा का समग्र विकास सुनिश्चित होगा और क्षेत्रीय विकास को नई गति मिलेगी।