प्रमुख संवाद
ऊर्जा मंत्री ने कहा – ज्वाइंट वेंचर से किसी भी कर्मचारी का नुकसान नहीं
अतिरिक्त मुख्य सचिव को संघर्ष समिति से शीघ्र वार्ता करने के निर्देश
कोटा, 18 फरवरी 2025। राजस्थान में बिजली कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन का आज 119वां दिन था। राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम अभियंता कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश संयोजक राकेश गुप्ता के नेतृत्व में आज ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर से उनके आवास पर वार्ता की।
संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक राकेश गुप्ता ने बताया कि कोटा थर्मल सहित राजस्थान के सभी पावर प्लांट्स में पिछले चार महीनों से प्रतिदिन एक घंटे के कार्य बहिष्कार के माध्यम से ज्वाइंट वेंचर के खिलाफ विरोध दर्ज कराया जा रहा है। दिसंबर 2024 में जयपुर विद्युत भवन पर हुए बड़े प्रदर्शन के बाद अतिरिक्त मुख्य सचिव ने जनवरी के दूसरे सप्ताह में संघर्ष समिति से बैठक करने का आश्वासन दिया था, लेकिन एक महीने बीत जाने के बावजूद कोई वार्ता नहीं हुई, जिससे कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ रहा है।
संघर्ष समिति ने ऊर्जा मंत्री से मुलाकात कर ज्वाइंट वेंचर के तहत निजीकरण को निरस्त करने और इस संबंध में एचआर पॉलिसी को सार्वजनिक करने की मांग रखी। इस पर ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने आश्वस्त किया कि ज्वाइंट वेंचर से किसी भी कर्मचारी का नुकसान नहीं होगा और सरकार जल्द ही इसकी विस्तृत जानकारी साझा करेगी।
संघर्ष समिति के सदस्य अजय विजय ने ऊर्जा मंत्री को विभाग में रिक्त पदों पर हो रही सीमित भर्ती को लेकर भी अवगत कराया, जिससे कर्मचारियों में असंतोष है। इस पर मंत्री नागर ने संघर्ष समिति की मांगों को गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि वह संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों से शीघ्र वार्ता कर उनकी समस्याओं का समाधान करें।
संघर्ष समिति ने सरकार से जल्द निर्णय लेने की मांग करते हुए चेतावनी दी कि यदि वार्ता नहीं होती है, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।