Sanjay kumar
महाकुंभ के लिए उमड़ी भीड़ में हादसा, प्रधानमंत्री ने जताया शोक
नई दिल्ली, 16 फरवरी 2025 – शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में सवार होने के लिए उमड़ी भारी भीड़ के कारण भगदड़ मच गई, जिसमें 14 महिलाओं और 3 बच्चों सहित 18 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। इस हादसे में 25 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए लोक नायक जय प्रकाश नारायण (LNJP) अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना का विवरण
हादसा रात करीब 9:26 बजे प्लेटफॉर्म नंबर 13, 14 और 15 के बीच हुआ। प्रयागराज जाने वाली तीन ट्रेनें—प्रयागराज स्पेशल, भुवनेश्वर राजधानी, और स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस—की देरी के कारण प्लेटफॉर्म पर भीड़ बढ़ती गई। ट्रेनों के प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा के बाद, भीड़ अनियंत्रित हो गई और भगदड़ मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, लोग एक-दूसरे को धक्का देते हुए आगे बढ़ने लगे, जिससे कई लोग गिर गए और कुचले गए।
प्रशासनिक कार्रवाई
हादसे की गंभीरता को देखते हुए, उत्तर रेलवे ने दो सदस्यीय समिति गठित की है, जिसमें नरसिंह देव और पंकज गंगवार शामिल हैं। समिति ने स्टेशन के सभी सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित करने का आदेश दिया है और घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। दिल्ली पुलिस ने भी डीसीपी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में जांच शुरू की है, और भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं।
प्रधानमंत्री और अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। मैं घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं।” रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना, और अन्य नेताओं ने भी घटना पर दुख जताया है।
अस्पताल में घायलों की स्थिति
LNJP अस्पताल के सूत्रों के अनुसार, घायलों में से कई के निचले अंगों में चोटें हैं, जबकि कुछ की हड्डियों में फ्रैक्चर हुआ है। चार लोगों की स्थिति गंभीर है और उन्हें निगरानी में रखा गया है, जबकि अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। अस्पताल में 15 डॉक्टरों की टीम घायलों की देखभाल में जुटी है।
भविष्य की दिशा
इस दुखद घटना ने रेलवे स्टेशन पर भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा उपायों की समीक्षा की आवश्यकता को उजागर किया है। जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर, भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
इस बीच, रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये, और मामूली रूप से घायलों को 1 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि बड़े आयोजनों के दौरान भीड़ प्रबंधन में चूक कितनी घातक हो सकती है। आवश्यक है कि प्रशासन और संबंधित एजेंसियां मिलकर ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाएं।