कोटा में गैस रिसाव का कहर: स्कूल में मची अफरा-तफरी, 17 छात्राएं और एक बुजुर्ग बीमार

Sanjay kumar


गड़ेपान स्कूल में गैस रिसाव से हड़कंप, 17 छात्राएं और एक बुजुर्ग की तबीयत बिगड़ी

कोटा, 15 फरवरी 2025 – सीमलिया थाना क्षेत्र के गड़ेपान स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शनिवार सुबह एक अप्रत्याशित घटना घटी, जब पास स्थित चंबल फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल लिमिटेड (CFCL) प्लांट से हुए संभावित गैस रिसाव के कारण छात्रों की तबीयत बिगड़ गई।

प्रार्थना सभा के दौरान स्कूल परिसर में अचानक तेज गैस की दुर्गंध फैल गई, जिससे कई छात्रों को सांस लेने में कठिनाई, चक्कर और उल्टी की शिकायत हुई। स्थिति बिगड़ने पर स्कूल स्टाफ और ग्रामीणों ने तुरंत बच्चों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। कुल 17 छात्राएं और एक बुजुर्ग महिला इस घटना से प्रभावित हुए, जिनमें से 9 छात्राओं और बुजुर्ग को कोटा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जबकि शेष को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।

प्रशासन ने संभाली स्थिति, जांच के आदेश

घटना की सूचना मिलते ही जिला कलक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी, ग्रामीण एसपी सुजीत शंकर और सीएमएचओ डॉ. नरेंद्र नागर मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ की टीम भी तैनात की गई। प्रशासन ने स्कूल स्टाफ और अभिभावकों से मुलाकात कर बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए विस्तृत जांच और रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

स्कूल स्टाफ और ग्रामीणों ने दिखाई तत्परता

गैस रिसाव के बाद स्कूल स्टाफ और अन्य छात्रों ने साहस का परिचय देते हुए पीड़ित बच्चों को तत्काल प्राथमिक चिकित्सा केंद्र पहुंचाया। एम्बुलेंस के देरी से पहुंचने पर, शिक्षक और अन्य छात्रों ने बीमार बच्चों को कंधे पर उठाकर डिस्पेंसरी तक दौड़ लगाई। स्कूल प्रशासन ने त्वरित निर्णय लेते हुए सुरक्षा कारणों से स्कूल की छुट्टी घोषित कर दी।

गैस रिसाव की जांच जारी, कंपनी से रिपोर्ट तलब

राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल इस घटना की जांच कर रहा है। प्रशासन ने CFCL प्रबंधन से सेफ्टी ऑडिट और आंतरिक जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यदि कंपनी की लापरवाही साबित होती है, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।

CFCL प्रबंधन ने एक बयान जारी कर कहा कि उनकी फैक्ट्री सुरक्षा और पर्यावरणीय मानकों का पालन करती है और कंपनी विद्यार्थियों के स्वास्थ्य को लेकर पूरी तरह सहयोग कर रही है। हालांकि, इस घटना की गहन जांच जारी है, और रिपोर्ट आने के बाद ही सटीक कारण स्पष्ट हो सकेगा।

सभी छात्राएं खतरे से बाहर

अस्पताल प्रशासन के अनुसार, सभी भर्ती छात्राएं अब खतरे से बाहर हैं और उनका उपचार किया जा रहा है। कुछ को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है, जबकि अन्य को जल्द ही डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।

प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें और अफवाहों पर ध्यान न दें।

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