प्रमुख संवाद, 15 फ़रवरी।
कोटा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) कोटा महानगर इकाई द्वारा कोटा विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों की समस्याओं को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस दौरान अभाविप कार्यकर्ताओं ने 5 सूत्रीय मांगों को लेकर कुलपति महोदय को ज्ञापन सौंपा और जल्द से जल्द समाधान की मांग की।



अभाविप महानगर मंत्री दीप्ति मेवाड़ा ने बताया कि कोटा विश्वविद्यालय हाड़ौती अंचल का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय है, लेकिन यहां के विद्यार्थियों को कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मुख्य रूप से परीक्षा परिणाम में बार-बार होने वाली त्रुटियां, परिणाम जारी करने में देरी, विश्वविद्यालय परिसर में हेल्प डेस्क का अभाव, पेयजल सुविधा की कमी जैसी समस्याएं प्रमुख हैं। दीप्ति ने कहा कि इन समस्याओं को हल करने के लिए अभाविप लगातार आवाज उठा रहा है, लेकिन अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
इकाई अध्यक्ष रोहिताश मीणा ने कहा कि परीक्षा परिणाम में गलतियों के कारण विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं, लेकिन प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं ले रहा। वहीं, हेल्प डेस्क न होने के कारण विद्यार्थी अपनी समस्याओं को हल करवाने के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं। परिसर में पीने के पानी की भी उचित व्यवस्था नहीं है, जिससे विद्यार्थियों को काफी परेशानी होती है। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही इन मांगों को पूरा नहीं किया गया तो विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन करेगा।
इस प्रदर्शन के दौरान परिक्षित गोस्वामी, कुश पटोना, निखिल सिंह, गजराज सिंह, रोहित जाटव, जितेश मीणा, जयेश शर्मा, शुभम शर्मा, अक्षरा खंडेलवाल, दिव्यांशी मुराडिया, आनंदिता, कशिश, लक्ष्य, सुनील सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
अभाविप ने विश्वविद्यालय प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की मांग करते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो विद्यार्थी परिषद बड़े स्तर पर आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगा।