प्रमुख संवाद, 8 फरवरी।
राजस्थान/कोटा — अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के राज्यव्यापी आह्वान पर आज कोटा सहित पूरे राजस्थान में सेवारत चिकित्सकों ने एसडीएम सेड़वा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर निलंबन की मांग को लेकर 2 घंटे के लिए आउटडोर सेवाओं का बहिष्कार (पेन डाउन) किया। इस विरोध प्रदर्शन में राज्यभर के 15,000 से अधिक सेवारत चिकित्सक शामिल हुए, जबकि कोटा में 300 से अधिक चिकित्सकों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
प्रदर्शन के दौरान केवल आपातकालीन सेवाओं को चालू रखा गया, ताकि आमजन को अनावश्यक असुविधा न हो।
मुख्य बिंदु:
- एसडीएम सेड़वा के खिलाफ एफआईआर दर्ज व निलंबन की मांग को लेकर प्रदेशभर में विरोध जारी।
- कोटा में जिला अस्पताल, कुन्हाड़ी मेडिकल कॉलेज, ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों समेत अन्य संस्थानों में 300+ चिकित्सकों ने दिया 2 घंटे का कार्य बहिष्कार।
- प्रदर्शन के 6वें दिन भी सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होने पर चिकित्सकों में गहरा आक्रोश।
- यदि 72 घंटे में पीड़ित चिकित्सक को न्याय नहीं मिला, तो संघ द्वारा सामूहिक अवकाश पर जाने की रणनीति बनाई जा रही है।
अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के प्रदेश महासचिव डॉ. दुर्गा शंकर सैनी ने कहा कि,
“एसडीएम सेड़वा के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे चिकित्सकों में भारी नाराजगी है। पीड़ित चिकित्सक डॉ. रामस्वरूप की एफआईआर तुरंत दर्ज कर एसडीएम को निलंबित किया जाए। न्याय न मिलने की स्थिति में सेवारत चिकित्सक सामूहिक अवकाश जैसे कठोर कदम उठाने को मजबूर होंगे।”
प्रदर्शन में प्रमुख रूप से शामिल चिकित्सक:
डॉ. दुर्गा शंकर सैनी, डॉ. राजेश सामर, डॉ. अमित गोयल, डॉ. विवेक गोयल, डॉ. परवेज खान, डॉ. हरिओम सिंघल, डॉ. मुकेश मौर्य, डॉ. विजय सिंह, डॉ. मदन लाल, डॉ. रविकांत मीणा, डॉ. मनीष नामा, डॉ. प्रदीप फौजदार, डॉ. अभिनव, डॉ. नरेश मेवाड़ा, डॉ. गोविंद सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।
अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग करता है और चेतावनी देता है कि यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो विरोध और भी उग्र किया जाएगा।