संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाला: मास्टरमाइंड विक्रम सिंह समेत 5 आरोपी गिरफ्तार

संजय कुमार

कोटा, 04 फरवरी – निवेशकों को बड़े रिटर्न और गोल्ड-सिल्वर सिक्कों का लालच देकर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस थाना गुमानपुरा ने सोसायटी के मास्टरमाइंड व मैनेजिंग डायरेक्टर विक्रम सिंह समेत पांच आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट के जरिए कोटा जेल से गिरफ्तार किया है।

घोटाले का खुलासा

पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी, जो 2008 में राजस्थान सोसायटी अधिनियम के तहत रजिस्टर्ड हुई और 2010 में मल्टी-स्टेट को-ऑपरेटिव सोसायटी बनी, ने निवेशकों को उच्च रिटर्न, गोल्ड-सिल्वर सिक्के और विदेश यात्रा जैसे प्रलोभन देकर भारी भरकम निवेश जुटाया।

इस सोसायटी ने कई राज्यों में शाखाएं खोलकर निवेशकों से रकम जमा कराई, जिसे रियल एस्टेट और लोन कारोबार में लगा दिया गया। बाद में, सोसायटी के संचालकों ने फर्जी लोन दिखाकर करोड़ों की राशि गबन की और शाखाएं बंद कर दीं।

शिकायत और जांच

फरियादिया संतरा शर्मा (निवासी कुन्हाड़ी, कोटा) ने 9 जनवरी 2022 को गुमानपुरा थाना में शिकायत दर्ज कराई थी कि ब्रांच मैनेजर भूपेंद्र सिंह, अरुण सोनी और वंदना सिंह ने उन्हें संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी में निवेश करने के लिए प्रेरित किया। भरोसा कर उन्होंने 9,81,712 रुपये निवेश किए, जिसके बदले उन्हें 15,01,632 रुपये का एफडी बॉन्ड जारी किया गया। लेकिन, सोसायटी समय से पहले ही बंद हो गई और संचालकों ने गबन कर लिया।

गिरफ्तार आरोपी

प्रकरण संख्या 25/2022 धारा 420, 406, 120बी आईपीसी में पुलिस ने कोटा जेल से प्रोडक्शन वारंट के तहत निम्न आरोपियों को गिरफ्तार किया

  1. विक्रम सिंह (संस्थापक और मास्टरमाइंड) – निवासी रामसर, बाड़मेर
  2. किशन सिंह – निवासी लीलरिया धोरा, बाड़मेर
  3. नरेश सोनी – निवासी राय कॉलोनी, बाड़मेर
  4. शैतान सिंह – निवासी डेचू, जोधपुर
  5. देवी सिंह – निवासी पोखरण, जैसलमेर

अपराध की रणनीति

विक्रम सिंह और उसके सहयोगियों ने एजेंटों के माध्यम से निवेशकों को लुभाने के लिए आकर्षक स्कीमें चलाईं। निवेशकों को विभिन्न उपहार और विदेश यात्राओं का लालच देकर अधिक से अधिक लोगों को जोड़ा गया। इसके बाद, सोसायटी के संचालकों ने फर्जी लोन निकालकर करोड़ों रुपये गबन किए और शाखाओं को अचानक बंद कर दिया।

आगे की कार्रवाई

गिरफ्तार आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है और पुलिस अन्य संलिप्त व्यक्तियों की तलाश में जुटी है। संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी से जुड़े अन्य मामलों की भी जांच की जा रही है, जिससे इस घोटाले से जुड़े अन्य राज उजागर हो सकते हैं।

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