प्रमुख संवाद
जयपुर, 3 फरवरी 2025
राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा सूर्य सप्तमी के शुभ अवसर पर राज्यव्यापी सूर्य नमस्कार अभियान का भव्य आयोजन किया गया। इस पहल का उद्देश्य शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ विद्यार्थियों और शिक्षकों में अनुशासन और एकता की भावना को बढ़ावा देना था।
इस मेगा इवेंट की अगुवाई शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने की, जिसमें शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल, खेल सचिव नीरज पवन, राज्य परियोजना निदेशक अनुपमा जोरवाल और माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी समेत कई प्रमुख अधिकारियों ने हिस्सा लिया। जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में हुए राज्य स्तरीय समारोह में लगभग 3000 विद्यार्थियों और शिक्षकों ने भाग लिया और सामूहिक रूप से सूर्य नमस्कार किया।




नया रिकॉर्ड: 1.51 करोड़ भागीदारों की ऐतिहासिक भागीदारी
यह अभियान पूरे राजस्थान में व्यापक स्तर पर सफल रहा, जिसमें 1.51 करोड़ से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। यह संख्या पिछले वर्ष के 1.33 करोड़ के रिकॉर्ड को पार करते हुए एक नया कीर्तिमान स्थापित करती है। यह आंकड़े प्रारंभिक (प्रावधिक) हैं और अंतिम रिपोर्ट जल्द ही शाला दर्पण MIS पोर्टल पर उपलब्ध होगी।
सूर्य नमस्कार के महत्व पर जोर
अपने संबोधन में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने सूर्य नमस्कार के शारीरिक और मानसिक लाभों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह अभ्यास न केवल शरीर को ऊर्जावान बनाता है, एकाग्रता को बढ़ाता है और मानसिक शांति प्रदान करता है, बल्कि अनुशासन और स्वस्थ जीवनशैली को भी बढ़ावा देता है। उन्होंने सभी छात्रों, शिक्षकों और अधिकारियों को इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनने के लिए धन्यवाद दिया।
संगठन और सहयोग
इस आयोजन की सफलता में राज्य के शिक्षक, प्रधानाचार्य, प्रशासनिक अधिकारी और स्वयंसेवी संगठन महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे। क्रीड़ा भारती के श्री मेघ सिंह के योगदान को विशेष रूप से सराहा गया, जिन्होंने आयोजन में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया।
राजस्थान शिक्षा विभाग की प्रतिबद्धता
शिक्षा विभाग केवल शैक्षिक गुणवत्ता को ही नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के समग्र विकास को भी प्राथमिकता देता है। आने वाले समय में, विभाग इस तरह की कल्याणकारी गतिविधियों को बढ़ावा देने और राज्य के युवाओं को स्वस्थ और अनुशासित जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करता रहेगा।