Sanjay kumar, 02 Feb.
प्रदेशभर में विद्यार्थी, शिक्षक और आमजन करेंगे सामूहिक सूर्य नमस्कार
- राज्य के सभी विद्यालयों में सुबह 9 बजे एक साथ होगा सूर्य नमस्कार
- एसएमएस स्टेडियम, जयपुर में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर करेंगे सहभागिता
- आमजन से इस ऐतिहासिक आयोजन में शामिल होने की अपील
जयपुर। राजस्थान एक बार फिर एक अनूठे विश्व रिकॉर्ड की ओर अग्रसर है। सोमवार को सूर्य सप्तमी के पूर्व दिवस पर प्रदेशभर के राजकीय एवं निजी विद्यालयों में विद्यार्थी, शिक्षक, अभिभावक और आमजन एक साथ सूर्य नमस्कार करेंगे। इस आयोजन का उद्देश्य भारतीय पारंपरिक योग प्रणाली के माध्यम से स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना है।
पिछले वर्ष 1.33 करोड़ विद्यार्थियों ने एक साथ सूर्य नमस्कार कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इस बार इससे भी बड़ी संख्या में लोग इस आयोजन में भाग लेंगे। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर जयपुर के एसएमएस स्टेडियम के फुटबॉल मैदान में इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे और प्रदेशवासियों से इसमें बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की है।
विश्व रिकॉर्ड की ओर राजस्थान
इस आयोजन में पिछले वर्ष के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए नया इतिहास रचने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश के सभी विद्यालयों में प्रातः 9:00 बजे सूर्य नमस्कार कराया जाएगा। इस बार कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों को भी इस प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा। छोटे बच्चों को उनकी क्षमता के अनुसार दो से तीन चरण कराए जाएंगे, जबकि अन्य विद्यार्थी सूर्य नमस्कार के 10 चरण पूरे करेंगे।
योग विशेषज्ञों का मिलेगा सहयोग
इस आयोजन को सफल बनाने के लिए क्रीड़ा भारती संस्था विद्यालयों को सहयोग देगी। संस्था के योग विशेषज्ञ विद्यालयों में सूर्य नमस्कार का वैज्ञानिक महत्व समझाएंगे और इसका प्रदर्शन कर सही तरीके से अभ्यास कराएंगे। इससे यह सुनिश्चित होगा कि विद्यार्थी न केवल इस आयोजन में भाग लें, बल्कि इसे अपनी दिनचर्या में भी शामिल करें।
सूर्य नमस्कार: स्वास्थ्य और ऊर्जा का स्रोत
योगाचार्यों के अनुसार सूर्य नमस्कार शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को मजबूत करता है। यह 12 आसनों की एक प्रक्रिया है, जो शरीर को लचीला बनाती है, रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है और एकाग्रता को तेज करती है। खासकर बच्चों के लिए यह अभ्यास शारीरिक बल और मानसिक तीक्ष्णता को बढ़ाने वाला है।
शिक्षामंत्री की अपील
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा,
“सूर्य नमस्कार केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की प्रेरणा है। हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों और आमजन की दिनचर्या में इसे शामिल करना है। इस बार हम पिछले वर्ष के रिकॉर्ड को तोड़कर एक नया इतिहास रचेंगे।”
राजस्थान का यह ऐतिहासिक आयोजन योग एवं स्वस्थ जीवन की दिशा में एक बड़ा कदम है। प्रदेशभर के लोग इस अद्वितीय क्षण का हिस्सा बनकर न केवल नया विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे, बल्कि अपनी जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव भी लाएंगे।