केंद्रीय बजट 2025: आम जनता से लेकर उद्योगों तक, सबके लिए कुछ नया

Sanjay kumar, 01 Feb.

नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2025 को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश किया। इस बजट का मुख्य फोकस मध्यम वर्ग को राहत, बुनियादी ढांचे का विकास, रोजगार सृजन, स्टार्टअप्स को बढ़ावा, और हरित ऊर्जा पर रहा। आइए इस बजट की हर अहम घोषणा को सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं के साथ विस्तार से समझते हैं।


बजट 2025 की मुख्य घोषणाएँ

1. आयकर में बड़ी राहत

क्या बदला?

  • नई कर व्यवस्था के तहत कर-मुक्त आय सीमा को 7 लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपये किया गया।
  • 12 लाख तक की आय पर टैक्स स्लैब घटाया गया, जिससे 3 करोड़ से अधिक लोगों को राहत मिलेगी।
  • पुरानी कर व्यवस्था जारी रहेगी, जिससे टैक्सपेयर को विकल्प मिलेगा।

✅ सकारात्मक पहलू:
✔ मध्यम वर्ग की जेब में ज्यादा पैसा आएगा, जिससे बाजार में उपभोक्ता मांग बढ़ेगी
✔ सैलरीड क्लास और छोटे व्यवसायियों को बड़ी राहत मिलेगी।

❌ नकारात्मक पहलू:
✖ सरकार के टैक्स कलेक्शन में भारी गिरावट आ सकती है, जिससे राजकोषीय घाटे पर दबाव बढ़ेगा।
✖ कॉर्पोरेट टैक्स में बदलाव नहीं हुआ, जिससे उद्योगों को बहुत ज्यादा फायदा नहीं हुआ।


2. कृषि और ग्रामीण विकास में नए सुधार

क्या ऐलान हुआ?

  • किसानों को सालाना 8,000 रुपये की सहायता (PM किसान सम्मान निधि बढ़ाई गई)।
  • 500 नई कृषि मंडियों की स्थापना की जाएगी।
  • स्मार्ट एग्रीकल्चर मिशन के तहत 25,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया।
  • ऑर्गेनिक खेती और ड्रोन तकनीक को बढ़ावा मिलेगा।

✅ सकारात्मक पहलू:
✔ छोटे किसानों की आय में वृद्धि होगी।
✔ कृषि निर्यात में बढ़ोतरी होगी, जिससे विदेशी मुद्रा भंडार मजबूत होगा।

❌ नकारात्मक पहलू:
✖ कृषि क्षेत्र को अभी भी कर्ज माफी जैसी राहत नहीं मिली, जिससे किसानों में असंतोष हो सकता है।
✖ MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर कोई नया ऐलान नहीं हुआ, जिससे किसान संगठनों में नाराजगी हो सकती है।


3. इंफ्रास्ट्रक्चर और रेलवे में बड़ा निवेश

क्या ऐलान हुआ?

  • रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए 2 लाख करोड़ रुपये का बजट।
  • 50 नए वंदे भारत ट्रेनें शुरू होंगी।
  • हाइवे और मेट्रो प्रोजेक्ट्स के लिए 5 लाख करोड़ का आवंटन

✅ सकारात्मक पहलू:
✔ रेलवे और सड़कों के बेहतर नेटवर्क से लॉजिस्टिक्स और व्यापार में तेजी आएगी।
✔ रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

❌ नकारात्मक पहलू:
✖ कई पुराने रेलवे प्रोजेक्ट्स अभी भी अधूरे हैं, नए प्रोजेक्ट्स से उनके पूरे होने में देरी हो सकती है।
✖ ग्रामीण सड़कों पर अपेक्षाकृत कम ध्यान दिया गया


4. स्टार्टअप्स और उद्योगों को बढ़ावा

क्या ऐलान हुआ?

  • स्टार्टअप्स के लिए 10,000 करोड़ रुपये का नया इनोवेशन फंड
  • AI और टेक्नोलॉजी सेक्टर में 3 नए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किए जाएंगे।
  • MSME (लघु और मध्यम उद्योगों) को कम ब्याज दर पर लोन मिलेगा।

✅ सकारात्मक पहलू:
✔ स्टार्टअप्स को ज्यादा फंडिंग मिलेगी, जिससे नई कंपनियां तेजी से ग्रो करेंगी
✔ टेक्नोलॉजी सेक्टर में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

❌ नकारात्मक पहलू:
✖ सिर्फ कुछ सेक्टर को ही प्राथमिकता मिली, पारंपरिक उद्योगों को ज्यादा कुछ नहीं मिला।
✖ ब्यूरोक्रेसी की वजह से स्टार्टअप्स को फंडिंग में देरी हो सकती है


5. ग्रीन एनर्जी और सस्टेनेबिलिटी पर फोकस

क्या ऐलान हुआ?

  • सोलर पैनल और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर टैक्स छूट दी गई।
  • 2047 तक 100 गीगावाट परमाणु ऊर्जा का लक्ष्य रखा गया।
  • ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के लिए 20,000 करोड़ का बजट।

✅ सकारात्मक पहलू:
✔ ऊर्जा आयात पर निर्भरता घटेगी, जिससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
✔ पर्यावरण के लिए बेहतर कदम, जिससे कार्बन उत्सर्जन कम होगा।

❌ नकारात्मक पहलू:
✖ ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स को लागू करने में लंबा समय लग सकता है
✖ पेट्रोल-डीजल पर टैक्स बढ़ने की संभावना, जिससे महंगाई बढ़ सकती है।


6. शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार

क्या ऐलान हुआ?

  • नई नेशनल डिजिटल यूनिवर्सिटी बनाई जाएगी।
  • 5 नए AIIMS अस्पतालों की घोषणा।
  • आयुष्मान भारत योजना का विस्तार, अब इसमें 70 लाख नए लोग जुड़ेंगे।

✅ सकारात्मक पहलू:
✔ स्वास्थ्य और शिक्षा पर खर्च बढ़ने से गरीबों को बड़ी राहत मिलेगी।
✔ डिजिटल शिक्षा से गांवों में भी उच्च शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा

❌ नकारात्मक पहलू:
✖ सरकारी अस्पतालों की हालत सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
✖ शिक्षा क्षेत्र में अभी भी सरकारी स्कूलों की बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान कम है


बजट 2025: किसे मिला फायदा और किसे हुई परेशानी?

✔️ किसे फायदा हुआ?

  • मध्यम वर्ग – टैक्स छूट से सबसे ज्यादा राहत।
  • किसान – सीधी आर्थिक सहायता और नई योजनाएं।
  • स्टार्टअप्स और टेक कंपनियां – नए फंड और AI सेक्टर में निवेश।
  • रेलवे और इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियां – बड़े प्रोजेक्ट्स से लाभ।

❌ किसे ज्यादा राहत नहीं मिली?

  • पुरानी इंडस्ट्रीज और MSMEs – उन्हें ज्यादा फंडिंग नहीं मिली।
  • नौकरीपेशा युवा – रोजगार बढ़ाने पर बहुत कम फोकस किया गया।
  • डीजल-पेट्रोल पर निर्भर बिजनेस – ग्रीन एनर्जी के कारण टैक्स बढ़ सकता है।

निष्कर्ष: क्या यह बजट सही दिशा में है?

बजट 2025 एक संतुलित बजट है, जो मध्यम वर्ग को राहत, डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप्स, और ग्रीन एनर्जी पर केंद्रित है। हालांकि, राजकोषीय घाटे, कृषि सुधारों में कमी, और पारंपरिक उद्योगों की अनदेखी को लेकर कुछ चिंताएं बनी हुई हैं।

आपका क्या विचार है?

क्या यह बजट आपकी उम्मीदों पर खरा उतरा? अपनी राय हमें कमेंट में बताएं!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!