76वां गणतंत्र दिवस: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने फहराया तिरंगा, ‘कर्तव्य पथ’ पर दिखी भारत की ताकत और विविधता

Sanjay kumar, 26 Jan.

नई दिल्ली: देशभर में आज 26 जनवरी 2025 को 76वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुबह 10:30 बजे ‘कर्तव्य पथ’ पर तिरंगा फहराकर राष्ट्र को संबोधित किया। झंडोतोलन के बाद 21 तोपों की सलामी दी गई। इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। राष्ट्रपति मुर्मू और राष्ट्रपति सुबियांतो ने बग्घी में बैठकर कार्यक्रम स्थल तक पहुंचकर ऐतिहासिक परंपरा को जीवंत किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता और गणमान्य अतिथि इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने समारोह में विशेष अतिथियों और विदेशी प्रतिनिधियों से मुलाकात की।

भव्य परेड और भारत की सैन्य ताकत का प्रदर्शन

कर्तव्य पथ पर परेड की शुरुआत तीनों सेनाओं के हेलिकॉप्टर से हुई, जिन्होंने आकाश से फूलों की वर्षा कर समारोह को और खास बना दिया। इसके बाद 61 कैवेलरी की घुड़सवार टुकड़ी ने परेड की अगुवाई की। यह दुनिया का एकमात्र सक्रिय घुड़सवार सेना रेजिमेंट है, जिसने भारतीय सेना की गौरवशाली परंपरा को प्रदर्शित किया।

इस वर्ष परेड में इंडोनेशिया की सेना के जवानों ने भी भाग लिया, जो भारत-इंडोनेशिया के मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को दर्शाता है। तीनों सेनाओं द्वारा अत्याधुनिक हथियारों, टैंकों और मिसाइलों का प्रदर्शन किया गया।

थीम: ‘गोल्डन इंडिया – विरासत और विकास’

इस साल गणतंत्र दिवस की थीम ‘गोल्डन इंडिया – हेरिटेज एंड डेवलपमेंट’ रही, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक विकास की झलक पेश करती है। पहली बार परेड के दौरान सांस्कृतिक कलाकार पूरे कर्तव्य पथ पर कला का प्रदर्शन करते नजर आए। संस्कृति मंत्रालय के 300 कलाकारों ने विभिन्न वाद्य यंत्रों और नृत्य प्रस्तुतियों के माध्यम से भारत की विविधता को प्रस्तुत किया।

10,000 विशेष अतिथियों को दिया गया आमंत्रण

इस बार परेड में भारत के कोने-कोने से 10,000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया। इनमें पैरालंपिक खिलाड़ी, हथकरघा कारीगर, वन्यजीव संरक्षण कार्यकर्ता और ग्रामीण विकास में उत्कृष्ट योगदान देने वाले सरपंच शामिल थे। इन अतिथियों की भागीदारी ने समारोह को और भी खास बना दिया।

भारत-इंडोनेशिया के संबंधों का जश्न

इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में इंडोनेशिया के साथ भारत के सांस्कृतिक और कूटनीतिक संबंधों को भी बल मिला। परेड में इंडोनेशिया की सैन्य टुकड़ी की भागीदारी और राष्ट्रपति सुबियांतो की उपस्थिति ने भारत की ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की भावना को उजागर किया।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

समारोह को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए दिल्ली में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। हजारों पुलिसकर्मी, सुरक्षा बल, और ड्रोन निगरानी के माध्यम से सुरक्षा सुनिश्चित की गई।

भारत के इस भव्य गणतंत्र दिवस समारोह ने न केवल देश की सैन्य और सांस्कृतिक ताकत को प्रदर्शित किया, बल्कि विश्व मंच पर भारत की बढ़ती भूमिका और सहयोग को भी रेखांकित किया।

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