प्रमुख संवाद
कोटा, 24 जनवरी।
पुलिस अधीक्षक शहर, डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस ने संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के नाम पर निवेशकों को धोखा देकर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले मास्टरमाइंड और सोसाइटी के पहले मैनेजिंग डायरेक्टर विक्रम सिंह सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है। इस घोटाले ने राजस्थान सहित कई राज्यों में निवेशकों को आर्थिक संकट में डाल दिया।
घटना का विवरण:
प्रकरण का खुलासा तब हुआ जब 3 नवंबर 2022 को फरियादिया भूरी बाई ने रेलवे कॉलोनी थाने में एक रिपोर्ट दर्ज करवाई। उन्होंने बताया कि उन्हें संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के नाम पर 5 वर्षों में रकम दोगुनी करने का प्रलोभन दिया गया था। स्थानीय एजेंटों हंसराज पांचाल और गोविंद बैरवा ने यह विश्वास दिलाया कि उनकी रकम सुरक्षित है, क्योंकि गोविंद बैरवा की पत्नी उस ब्रांच की मैनेजर हैं।
भूरी बाई ने इन आश्वासनों पर भरोसा करते हुए 1 लाख रुपये की पॉलिसी करवाई। पॉलिसी की मैच्योरिटी 2021 में होनी थी, लेकिन जब उन्होंने अपनी रकम वापस मांगी, तो आरोपियों ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि सोसाइटी भाग गई है।
पुलिस जांच और कार्रवाई:
प्रकरण संख्या 408/2022 धारा 420, 406, 120बी आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया। जांच के दौरान पता चला कि संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी को 2008 में राजस्थान सोसाइटी एक्ट के तहत रजिस्टर्ड किया गया था। 2010 में इसे मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटी में बदल दिया गया। सोसाइटी ने निवेशकों को बड़े रिटर्न, विदेश यात्रा, सोने-चांदी के सिक्के और अन्य लालच देकर ठगा।
निवेशकों का पैसा फर्जी कंपनियों और लोन के जरिए हड़प लिया गया। राजस्थान के विभिन्न जिलों और अन्य राज्यों में सोसाइटी की शाखाएं खोलकर लोगों को फंसाया गया।
गिरफ्तारी और घोटाले का मास्टरमाइंड:
23 जनवरी 2025 को मास्टरमाइंड विक्रम सिंह, जो सोसाइटी के पहले मैनेजिंग डायरेक्टर थे, सहित कुल 5 आरोपियों—किशन सिंह, नरेश सोनी, शैतान सिंह, और देवी सिंह—को गिरफ्तार किया गया।
खुलासा:
यह घोटाला विक्रम सिंह की योजना थी, जिसमें निवेशकों को फर्जी वादे और आकर्षक प्रलोभन देकर ठगा गया। जांच से पता चला कि विक्रम सिंह ने सोसाइटी के माध्यम से विभिन्न राज्यों में निवेशकों के पैसे को फर्जी लोन देकर गबन किया।
निवेशकों के लिए संदेश:
पुलिस ने निवेशकों को सतर्क करते हुए अपील की है कि वे ऐसे प्रलोभनों से बचें और संदिग्ध योजनाओं में पैसा लगाने से पहले पूरी जांच करें।
रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस की इस सफलता पर पुलिस अधीक्षक शहर डॉ. अमृता दुहन ने टीम को बधाई दी और आश्वासन दिया कि ऐसे धोखेबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।