Sanjay kumar
वाशिंगटन डी.सी., 20 जनवरी 2025 — डोनाल्ड जे. ट्रंप ने आज संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण की, जिससे वे अमेरिकी इतिहास में पहले ऐसे व्यक्ति बन गए हैं जिन्होंने गैर-लगातार दो कार्यकालों में राष्ट्रपति पद संभाला है। शपथ ग्रहण समारोह यूएस कैपिटल की रोटुंडा में आयोजित किया गया, जो अत्यधिक ठंड के कारण अंदर स्थानांतरित किया गया था।
शपथ ग्रहण के बाद, राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने उद्घाटन भाषण में राष्ट्रीय एकता, आर्थिक पुनरुत्थान, और वैश्विक मंच पर अमेरिका की अग्रणी भूमिका को पुनर्स्थापित करने पर जोर दिया। उन्होंने अपने प्रशासन की प्राथमिकताओं में आव्रजन सुधार, ऊर्जा स्वतंत्रता, और व्यापार समझौतों के पुनर्मूल्यांकन को शामिल किया।
उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी आज शपथ ली, जो अमेरिका के 50वें उपराष्ट्रपति बने। शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन, बिल क्लिंटन, जॉर्ज डब्ल्यू. बुश, और बराक ओबामा सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त, भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी समारोह में भाग लिया, जो भारत-अमेरिका संबंधों की मजबूती को दर्शाता है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने पहले दिन में ही कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करने की योजना बनाई है, जिनमें आव्रजन, ऊर्जा नीति, और संघीय सरकार के संचालन से संबंधित मुद्दे शामिल हैं। उन्होंने अपने प्रशासन के पहले दिन लगभग 100 कार्यकारी आदेश जारी करने का संकल्प लिया है, जिनमें से कई पूर्ववर्ती प्रशासन की नीतियों को उलटने या समाप्त करने के लिए होंगे।
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, और वाशिंगटन डी.सी. में अत्यधिक ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में समर्थक उपस्थित थे। समारोह में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें कई प्रसिद्ध कलाकारों ने प्रस्तुति दी।
राष्ट्रपति ट्रंप के इस नए कार्यकाल से अमेरिका में एक नए युग की शुरुआत होने की उम्मीद है, जहां वे अपने पूर्ववर्ती नीतियों में बदलाव लाकर देश को नई दिशा देने का प्रयास करेंगे। उनकी नीतियों का प्रभाव न केवल अमेरिका पर, बल्कि वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा।