“भीख से ट्रैफिक प्रबंधन तक: तेलंगाना में ट्रांसजेंडर समुदाय की नई उड़ान”

Sanjay kumar, 04 January

सड़क से सम्मान तक का सफर

तेलंगाना में ट्रांसजेंडर समुदाय की जिंदगी में एक बड़ा बदलाव आया है। सड़कों पर भीख मांगने वाले 39 ट्रांसजेंडर अब हैदराबाद में यातायात सहायक के रूप में काम कर रहे हैं। इस पहल का श्रेय तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी को जाता है, जिन्होंने ट्रांसजेंडर समुदाय को मुख्यधारा में शामिल करने की दिशा में यह ऐतिहासिक कदम उठाया।

सम्मान और स्वाभिमान की नई शुरुआत

यातायात सहायक निशा, जो पटनी सेंटर पर ड्यूटी करती हैं, ने बताया, “पहले लोग हमें भेदभाव और अपमान की नजर से देखते थे, लेकिन अब हमें सम्मान मिलता है। यह हमारे लिए बहुत गर्व की बात है।” निशा, जिन्होंने इंटरमीडिएट तक पढ़ाई की है, ने यह भी बताया कि कॉलेज के दिनों में दोस्तों और यहां तक कि परिवार से भी भेदभाव सहना पड़ा।

उन्होंने खुशी जताई कि अब उनके माता-पिता और समाज ने उन्हें स्वीकार कर लिया है। “पहले मेरे माता-पिता ने मुझे अपनाने से इनकार कर दिया था, लेकिन अब नौकरी मिलने के बाद वे मुझ पर गर्व करते हैं,” निशा ने कहा।

सरकार की ऐतिहासिक पहल

मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने नवंबर 2024 में अधिकारियों को निर्देश दिया था कि ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को ट्रैफिक स्वयंसेवक के रूप में नियुक्त किया जाए। इसके लिए एक विशेष ड्रेस कोड और होमगार्ड के समान वेतन संरचना तैयार की गई। दिसंबर 2024 में इन ट्रांसजेंडरों को “नामांकन पत्र” सौंपे गए, और 22 दिसंबर से इनकी आधिकारिक नियुक्ति हुई।

पुलिस आयुक्त सी. वी. आनंद ने बताया कि ट्रांसजेंडरों को चयन प्रक्रिया के दौरान शारीरिक परीक्षण समेत कई चरणों से गुजरना पड़ा। लगभग 100 आवेदकों में से 44 को शॉर्टलिस्ट किया गया, जिनमें से 39 ने प्रशिक्षण पूरा किया।

समाज के साथ घुलने-मिलने की कोशिश

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) पी. विश्व प्रसाद ने बताया कि इन ट्रांसजेंडर सहायकों ने अब तक शानदार काम किया है। “उन्हें पेशेवर कौशल में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन उनकी प्रतिबद्धता और काम के प्रति समर्पण सराहनीय है,” उन्होंने कहा।

जीवन में नया अध्याय

ट्रैफिक सहायक सना ने कहा, “पहले लोग हमसे बात करने में भी झिझकते थे, लेकिन अब वे हमें सम्मान देते हैं। यह बदलाव हमारी जिंदगी में एक नई शुरुआत जैसा है।”

समाज में स्वीकृति की ओर कदम

यह पहल न केवल ट्रांसजेंडर समुदाय को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है, बल्कि उन्हें समाज में वह पहचान और सम्मान भी दिला रही है, जिसकी वे हकदार हैं। ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए यह पहल देशभर में एक प्रेरणा बन रही है।

भविष्य की उम्मीदें

तेलंगाना सरकार की यह कोशिश अन्य राज्यों के लिए एक मिसाल है। यह दिखाता है कि सही अवसर मिलने पर ट्रांसजेंडर समुदाय भी समाज में योगदान देकर अपनी योग्यता साबित कर सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!