प्रमुख संवाद
कोटा, 25 दिसम्बर। कोटा महोत्सव के अंतर्गत चंबल रिवर फ्रंट के शौर्य घाट पर बुधवार को आयोजित संभाग स्तरीय युवा महोत्सव ने कोटा की संस्कृति, परंपरा और युवाओं की प्रतिभा को एक नया मंच प्रदान किया। महोत्सव में लोक नृत्य, लोकगीत, सामूहिक नृत्य, एकल प्रस्तुति, चित्रकारी, कविता पाठ, कहानी लेखन, और विज्ञान मॉडल प्रतियोगिताओं जैसी विविध गतिविधियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ रामपुरा संगीत विद्यालय की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुआ। इसके बाद राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित बरखा जोशी ने अपनी सशक्त प्रस्तुति “केसरिया बालम” से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
मुख्य अतिथि विधायक संदीप शर्मा ने युवाओं के योगदान को सराहते हुए कहा, “कोटा महोत्सव ने न केवल पर्यटन और विकास को बढ़ावा दिया है, बल्कि युवाओं के जरिए संस्कृति और सभ्यता के संरक्षण को भी एक नया आयाम दिया है।” उन्होंने युवाओं को सोशल मीडिया का सकारात्मक उपयोग करने और भारत को विश्व गुरु बनाने में योगदान देने की प्रेरणा दी।
जिला कलक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि यहां हर प्रतिभागी विजेता है, क्योंकि उन्होंने अपनी रचनात्मकता और कौशल से खुद को बेहतर बनाया है।
जिला शिक्षा अधिकारी के. के. शर्मा ने बताया कि संभाग स्तरीय विजेता अब राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। उन्होंने विभिन्न विधाओं में विजेताओं को बधाई दी और कहा कि इस आयोजन ने युवाओं को विलुप्त हो रही कलाओं से जोड़ने और विज्ञान के प्रति जागरूक करने का महत्वपूर्ण कार्य किया है।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षक, छात्र और हजारों की संख्या में कोटा के नागरिक उपस्थित रहे। महोत्सव ने न केवल मनोरंजन किया बल्कि शहर की सांस्कृतिक और पारंपरिक धरोहर को जीवंत किया।