कोटा महोत्सव: संस्कृति, परंपरा और विकास का संगम

संजय कुमार
कोटा, 23 दिसंबर। हाड़ौती के अनूठे सांस्कृतिक पर्व कोटा महोत्सव का शुभारंभ सोमवार को उल्लास के माहौल में हुआ। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने खड़े गणेशजी मंदिर में भगवान गणेश की पूजा-अर्चना के साथ महोत्सव की शुरुआत की। तीन दिवसीय इस आयोजन का आरंभ गणपति वंदना और कथक नृत्य की आकर्षक प्रस्तुतियों से हुआ।

इस अवसर पर ओम बिरला ने कहा कि कोटा महोत्सव हमारी समृद्ध विरासत, परंपराओं और संस्कृति का उत्सव है। यह आयोजन न केवल कोटा के नागरिकों को उनके गौरवशाली अतीत से जोड़ने का माध्यम है, बल्कि यह क्षेत्र की विकास यात्रा और वैश्विक पहचान को भी सुदृढ़ करता है। उन्होंने कहा कि कोटा, जिसने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है, अब संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्र में भी आगे बढ़ेगा।

उन्होंने विश्वास जताया कि यह महोत्सव हमारी परंपराओं के संरक्षण और आधुनिक संदर्भ में उनकी प्रस्तुति का प्रतीक बनेगा। आने वाले वर्षों में कोटा महोत्सव न केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश का गौरव बनेगा।

2025: विकास और प्रगति का नया अध्याय
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि वर्ष 2025 कोटा के लिए विकास और प्रगति का नया अध्याय लेकर आएगा। यह साल क्षेत्र के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा और हमारे संकल्पों को साकार करने का वर्ष बनेगा। उन्होंने आयोजन से जुड़ी सभी संस्थाओं का धन्यवाद करते हुए हाड़ौती के नागरिकों से इस महोत्सव में उत्साहपूर्वक भाग लेने का आह्वान किया।

कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर, कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा, जिला कलेक्टर रविंद्र गोस्वामी, पुलिस अधीक्षक अमृत दुहन और आयोजन समिति के पदाधिकारी अशोक माहेश्वरी, क्रांति जैन, नितिन विजय, साकेत गोयल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

कला का अनूठा प्रदर्शन
त्रिनेत्र कथक संस्थान की निदेशक गरिमा भार्गव के निर्देशन में बाल नृत्यांगनाओं ने गणपति स्तुति की मनमोहक प्रस्तुति दी। भक्ति और सांस्कृतिक ध्वनियों से गूंजते माहौल ने सभी को अभिभूत कर दिया। ओम बिरला ने कलाकार गरिमा भार्गव और उनके दल का सम्मान किया।

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