प्रमुख संवाद
कोटा 15 दिसम्बर। विद्युत विभाग में ऊर्जा निगम व केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों के मध्य किये जा रहे संयुक्त उद्यम रूपी निजीकरण के विरोध में राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम अभियंता कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, इकाई कोटा थर्मल के बैनर तले कोटा थर्मल के मेन गेट पर 55 दिनों से एक घंटा कार्य बहिष्कार व आक्रोश प्रदर्शन किया जा रहा है।
इसी क्रम में किये जा रहे क्रमिक धरने के छठे दिन सहायक अभियन्ता धारा सिंह कसाना, ऑपरेटर रवि गौतम, ऑपरेटर दिनेश जाट, ऑपरेटर नीरज राजौरिया, ऑपरेटर अनिल सैनी,ऑपरेटर तोताराम त्यागी और ऑपरेटर सितेन्द्रपाल जादौन ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।
धरने पर बैठने वाले कार्मिकों की मांग है कि कार्मिकों को ऊर्जा विभाग का कर्मचारी घोषित कर पुरानी पेंशन योजना (OPS) लागू की जाये और सँयुक्त उद्यम (जे वी) प्रणाली को निरस्त किया जाये।
सोशल मीडिया प्रभारी महेशचन्द डागुर ने बताया कि बिजली कर्मचारी अभी गांधी वादी तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं यदि जल्द सरकार ने संज्ञान नहीं लिया तो राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम अभियंता कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति को मजबूरन उग्र आंदोलन करना पड़ेगा।
धरना स्थल पर महेशचन्द डागुर, पूरणमल शर्मा, ललित कुमावत, रफ़ीक मोहम्मद, राजीव उपाध्याय इत्यादि संघर्ष समिति के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे