प्रमुख संवाद
कोटा, 11 दिसंबर,
राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (RVUNL) और केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों के बीच ज्वाइंट वेंचर (जेवी) की योजना के विरोध में कोटा थर्मल प्लांट की महिला अभियंता कर्मचारियों ने दूसरे दिन भी धरना दिया।
संघर्ष समिति के प्रदेश प्रवक्ता वीरेंद्र कश्यप ने जानकारी दी कि जेवी के विरोध में अभियंता और कर्मचारी लगातार 51वें दिन भी प्लांट के मुख्य गेट पर एक घंटे का कार्य बहिष्कार कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि धरने पर बैठने के लिए कर्मचारियों में गहरी रुचि है, और कई कर्मचारियों ने पहले से ही संघर्ष समिति को अपने नाम दर्ज करवा दिए हैं।
संघर्ष समिति के सोशल मीडिया प्रभारी महेशचंद डागुर ने बताया कि राजस्थान के सभी पावर प्लांट्स में आंदोलन की रणनीति समान रूप से लागू हो रही है। उन्होंने कहा कि पांचों विद्युत निगमों की प्रदेश कार्यसमिति द्वारा तय आंदोलन की रूपरेखा का पालन उत्पादन निगम में भी किया जा रहा है।
बुधवार को पांचों निगमों के कर्मचारियों ने ट्विटर पर विरोध जताकर अपनी बात रखी। वहीं, संघर्ष समिति के पदाधिकारी लगातार जनप्रतिनिधियों और जेवी से प्रभावित लोगों से संपर्क कर समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।
महिला अभियंता कर्मचारियों के इस विरोध प्रदर्शन ने आंदोलन को और मजबूती प्रदान की है, और वे अपने अधिकारों और संस्थान की स्वायत्तता के लिए एकजुट होकर खड़ी हैं।