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कोटा, 4 दिसंबर।
राजस्थान के केशोरायपाटन बूंदी टोल प्लाजा पर अधिस्वीकृत पत्रकार से अवैध रूप से टोल वसूली के मामले ने तूल पकड़ लिया है। प्रेस क्लब कोटा के अध्यक्ष गजेन्द्र व्यास ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पत्रकारों को मिल रही सुविधा की हो रही अनदेखी
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि राजस्थान सरकार द्वारा राज्य के अधिस्वीकृत पत्रकारों को स्टेट हाईवे के टोल पर छूट प्रदान की गई है। बावजूद इसके टोल प्लाजा पर नियमों की अनदेखी करते हुए पत्रकारों से जबरन टोल वसूला जा रहा है। इस प्रकार की घटनाओं से पत्रकारों में नाराजगी बढ़ रही है।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले
प्रेस क्लब अध्यक्ष गजेन्द्र व्यास ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब पत्रकारों के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार हुआ है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी करौली क्षेत्र में एक अधिस्वीकृत पत्रकार से 65 रुपये अवैध रूप से वसूले गए थे। उस समय शिकायत के बाद संबंधित टोल संचालक पर 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया था। बावजूद इसके, टोल संचालक अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं।
भविष्य में दुर्व्यवहार रोकने की मांग
गजेन्द्र व्यास ने सरकार से आग्रह किया है कि इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए टोल प्लाजा के कर्मचारियों को पाबंद किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार न हो और उनके अधिकारों का सम्मान किया जाए।
प्रेस क्लब कोटा ने यह स्पष्ट किया है कि अगर इस मामले में जल्द उचित कदम नहीं उठाए गए तो पत्रकार समुदाय बड़े स्तर पर आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगा।