प्रमुख संवाद
कोटा,3 दिसंबर। सीएसआईआर -केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई), नई दिल्ली और राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (आरटीयू), कोटा के मध्य गुवाहाटी में भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) 2024 के दौरान सीएसआईआर मंडप में सहयोगात्मक अनुसंधान हेतु एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) संपन्न हुआ।
आरटीयू के सह जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि सीएसआईआर-सीआरआरआई के निदेशक प्रो. मनोरंजन परिदा और आरटीयू के कुलपति प्रो.एस.के. सिंह ने सीएसआईआर के महानिदेशक और भारत सरकार के डीएसआईआर के सचिव डॉ. एन. कलैसेलवी की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन को औपचारिक रूप दिया। इस समारोह में संस्थान के शीर्ष वैज्ञानिक के साथ मुख्य वैज्ञानिक और सूचना, संपर्क और प्रशिक्षण प्रमुख डॉ. रवींद्र कुमार सहित वैज्ञानिकों और तकनीकी अधिकारियों ने भी भाग लिया।
इस अवसर पर दोनों पक्षो नें आपसी सहयोग, संयुक्त कार्यक्रमों और कौशल विकास के असिमित अवसरों पर सहमति जताई हैं। दोनों पक्षो नें द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक गहरा करने, जीवंत साझेदारी को मज़बूत करने तथा शिक्षा, कौशल विकास, गहन तकनीकी अनुसंधान एवं पारस्परिक हित के विभिन्न क्षेत्रों में जुड़ाव बढ़ाने के बारे में भी सार्थक बातचीत की, साथ ही दोनों ने तकनीकी शिक्षा मे सहयोग बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि हैं।
इस सहयोग का उद्देश्य सड़क अवसंरचना, परिवहन प्रणाली, पर्यावरणीय स्थिरता और सिविल इंजीनियरिंग में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के अनुप्रयोग के क्षेत्र में अनुसंधान और शैक्षणिक तालमेल को मजबूत करना है। यह साझेदारी संयुक्त अनुसंधान पहल, अकादमिक थीसिस पर्यवेक्षण और सम्मेलनों को बढ़ावा देगी, जिससे ज्ञान के आदान-प्रदान और नवाचार के लिए एक मजबूत मंच तैयार होगा। इस समझौता ज्ञापन से शोध-अनुसन्धान, सिविल इंजीनियरिंग प्रथाओं में प्रगति को बढ़ावा देने और देश के विकास लक्ष्यों में योगदान का मार्ग प्रशस्त होगा।
कुलपति प्रो. एसके सिंह ने कहा की निःसन्देह यह आपसी साझेदारी तकनीकी विश्वविद्यालय की शोध यात्रा को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। शोध-अनुसंधान, नवाचार और हमारी तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों का इसमें सक्रिय योगदान हमारे शिक्षा व्यवस्था की चहुमुखी उन्नति के आधार स्तम्भ है।यह एमओयू दोनों तकनीकी संस्थानों के बीच शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर समन्वय और साझेदारी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। तकनीकी शिक्षा के छात्र इस सहयोग से विशेष रूप से लाभान्वित होंगे। यह एमओयू इंजिनियरिंग शिक्षा के क्षेत्र में नए अवसर प्रदान करेगा, जिससे छात्रों को बेहतर तकनीकी ज्ञान और शिक्षा प्राप्त हो सकेगी। यह आपसी साझेदारी तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों एवं शोधकर्ताओं के लिए नवीन अवसरों का सृजन करेगी। प्रो. सिंह ने कहा की “यह सहयोग अकादमिक-सीएसआईआर सीआरआरआई जुड़ाव को महत्वपूर्ण बढ़ावा देगा, जिससे हमारे छात्र और संकाय सीएसआईआर -सीआरआरआई के साथ लाइव प्रोजेक्ट पर मिलकर काम कर सकेंगे।”
इस अवसर पर बोलते हुए, प्रो. परिदा ने इस साझेदारी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “यह समझौता ज्ञापन सहयोगी अनुसंधान, अकादमिक आदान-प्रदान और अत्याधुनिक तकनीकों के एकीकरण के माध्यम से सड़क और परिवहन इंजीनियरिंग में दबाव वाली चुनौतियों का समाधान करने में एक मील का पत्थर है। उन्होंने इस पहल की सराहना की और टिकाऊ प्रौद्योगिकी -संचालित अवसंरचना विकास के दृष्टिकोण पर जोर दिया।