संविधान: सांस्कृतिक मूल्यों और लोकतंत्र की जड़ों का आधार भूमिका- वासुदेव देवनानी

प्रमुख संवाद कोटा, 27 नवंबर। संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि भारत की आत्मा है। यह वह मार्गदर्शक ग्रंथ है, जिसने न केवल हमारे लोकतंत्र को मजबूत किया है, बल्कि…

error: Content is protected !!